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देश भर में जगह-जगह घरों में व्रत रखते हुए सुहागिनों ने हरितालिका तीज पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया. सुहागिनों ने निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव माता पार्वती की पूजा अर्चना कर अखंड सुहाग की कामना की.
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चन्दौली/लखनऊ/पटना: पूरे देश में सुहागिन महिलाएं हरितालिका तीज व्रत रख करके पति के दीर्घायु की कामनाएं किया. उत्तर प्रदेश के चंदौली में सैदूपुर सहित पूरे जनपद में जगह-जगह घरो में व्रत रखते हुए सुहागिनों ने हरितालिका तीज पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया.
इस मौके पर व्रती महिलाएं काफी श्रृंगार भी करती हैं. पटना में हरितालिका व्रत रखने के साथ काफी श्रृंगार की. पूरे दिन व्रती महिलाएं पूजा पाठ में जुटी रहीं.भजन कीर्तन करने के साथ व्रत की कथा भी पढ़ी व सुनी.
सुहागिनों ने निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव माता पार्वती की पूजा अर्चना कर अखंड सुहाग की कामना की. सुहागिनों ने हरितालिका तीज व्रत कथा पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कर अपने सुहाग की मंगल कामना के लिए
बरहुंआ, सरैंया, शाहपुर , गांधीनगर, मनकपड़ा ,बेन तियरी, उसरी, बटउवा, भुड़कुड़ा, बरियारपुर तथा वनांचल आदि क्षेत्रों के सुहागिन महिलाओं ने व्रत रहकर पूजन अर्चन की.
इस व्रत की क्या है मान्यता
हरितालिकाव्रत कथा के अनुसार पार्वती शिव को पति के रूप में पाने के लिए 12 वर्षों तक वन में कठोर तपस्या की.
पूजा के प्रभाव से शिव प्रसन्न होकर उन्हें दर्शन देते हुए पति के रूप में स्वीकार करने का वर दिया. इसी मान्यता को लेकर आज के दिन तीज व्रत का त्योहार महिलाओं के लिए बहुत खास होता है.
कुंवारी कन्या सुयोग्य पति पाने के लिए एवं विवाहिता अपने पति के दीर्घायु होने की कामना के साथ तीज व्रत करती हैं.
व्रत के दौरान निराहार रहकर शिव-पार्वती का पूजन किया जाता है. महिलाएं लगातार चौबीस घंटे वे निराहार रहती हैं. दूसरे दिन विधि-पूर्वक पूजन कर व्रती अन्न-जल ग्रहण करती है, जिसे व्रत पारण कहा जाता है.
[भूपेंद्र कुमार ब्यूरो चीफ चन्दौली, पूर्वांचल न्यूज प्रिंट]