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नीतीश सरकार लोगों का आधार कार्ड बनवा रही है मगर काउंटर व अन्य व्यवस्था ठीक नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है.वहीं सरकारी मशीनरी पर अवैध वसूली के आरोप लग रहे हैं.
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अव्यवस्था के बीच बन रहा आधार कार्ड, फोटो:pnp |
●Purvanchal News Print
दुर्गावती (कैमूर): सोमवार को प्रखंड परिसर में आधार कार्ड बनाने के लिए ग्रामीणों की लंबी कतारें लगी रहीं. जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि आधार कार्ड बनाने के नाम पर ₹50 लिया जाता है और सुबह से शाम तक लंबी लाइनें लगी रहती हैं. महिलाएं-पुरुष घंटों लाइन में खड़े रहते थक हार कर वापस घर चले जा रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ आधार कार्ड बनाने वाले कर्मचारी चेहरा पहचान कर आधार कार्ड बनाने में लगे रहते हैं. जब जनता इसका विरोध करती है तो दुर्गावती प्रखंड में मौजूद होमगार्ड के जवानों को बुलाकर डांट फटकार कराया जाता है.
जबकी दुर्गावती प्रखंड में दर्जनों पदाधिकारियों के सामने खुलेआम बिना मास्क लगाए हुए ग्रामीण जनता आधार कार्ड बनवाने के नाम पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा उड़ाने को मजबूर हैं.
लेकिन किसी पदाधिकारियों का ध्यान इस तरफ नहीं जाता है. ग्रामीणों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि आधार कार्ड बनाने वाले कर्मचारी ढाक के तीन पात करते नजर आते हैं ₹50 की जगह ₹100 लेकर उनको पीछे से हाथ आधार कार्ड बना दिया जाता है.
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जबकि लाइन में खड़े ग्रामीण वहीं रह जाते हैं. और उन्हें कई दिनों तक आधार कार्ड बनाने के लिए ब्लॉक का चक्कर लगाना पड़ता है. इसके लिए एक ही काउंटर बनाया गया है जिसको लेकर ग्रामीण जनता धूप में घंटों लाइन में खड़े रहते हैं और कुछ महिलाएं चक्कर आने से जमीन पर गिर जाती हैं.
जिसको देखते हुए क्षेत्रीय ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से काउंटर बढ़ाने की मांग किया हैं
क्या कहते हैं दुर्गावती प्रखंड विकास पदाधिकारी: अशोक कुमार से पूछे जाने पर बताया कि इसकी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी.
रिपोर्ट-संजय मल्होत्रा