Durgavati: मानक के अनुरूप नहीं हो रहा काम, राजनीतिक दांवपेच में फंसा गली का निर्माण

Durgavati: मानक के अनुरूप नहीं हो रहा काम, राजनीतिक दांवपेच में फंसा गली का निर्माण

 
Bihar News In Hindi                                            
 दुर्गावती में मानक के अनुरूप काम नहीं कराया जा रहा था, जिसे ग्रामीणों ने रोक लगा दिया.अब यह गली का निर्माण राजनीतिक दांव पेच में फंसा गया है.

दुर्गावती (कैमूर): प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत धढ़हर के गांव बंडुरी में विधायक मद से हो रहे गली का निर्माण कार्य राजनीतिक दांवपेच के भेंट चढ़ गया है.
 ग्रामीण शिव प्रसन्न शर्मा नथूनी पासवान जोखन लोहार संजय सिंह बिहडू यादव रामनिवास नाउ गुड्डू सिंह शुभम सिंह टुनटुन सिंह आदि लोगों ने बताया कि विकास विभाग योजना अंतर्गत शिव प्रसन्न लोहार के घर से मुख्य गली होते हुए काली अस्थान तक पीसीसी निर्माण की राशि ₹ 1430700 एवं नाली निर्माण हेतु राशि ₹1499000 गली निर्माण के लिए सरकार द्वारा पास किया गया है. 
जहां राशि का दुरुपयोग करते हुए गली नाली निर्माण कार्य पीसीसी में मानक के अनुरूप कार्य नहीं हो रहा है.आरोप है कि ठेकेदार मनमाना तरीके से काम कर रहा था. 
गली का निर्माण कार्य पीसीसी ढलाई का कार्य घटिया मटेरियल से कराया जा रहा था जिस पर ग्रामीणों ने निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया है. 

काम करा रहे ठेकेदार और संवेदक से ग्रामीणों ने जब कुछ पूछना चाहा तो संवेदक ने काम छोड़कर भागा गया. 
बरसात के मौसम में भारी बारिश होने के बाद गलियों में जलजमाव हो जाता है और ग्रामीणों को आने - जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
 ऐसी स्थिति में आज गली निर्माण हो भी रहा है तो घटिया किस्म के सामग्री से हो रहा है.
 वह वहीं ग्रामीण जनता का कहना है कि गांव के जिधर राजद का सपोर्टर हैं. 
उधर भाजपा के नेता काम रुकवा दिया है और जिधर भाजपा का सपोर्टर है उधर काम चल रहा है. जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है.
 
 अधूरा पड़ा गली का निर्माण फोटो:pnp
                                                

                                                  क्या कहते हैं भाजपा विधायक: अशोक कुमार सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह आरोप बेबुनियाद है. 

सभी गलियों का निर्माण कराया जाएगा और जो व्यक्ति गली निर्माण में रोक लगा रहे हैं उनसे बात हुई है. समझौता कराकर काम को पुनः शुरू कराया जाएगा. 
मगर मद् राशि के विषय में जुबान नहीं खोलें. बता दें कि मामला केवल वही का नहीं है जहां भी सरकारी योजना में काम हो रहे हैं.
 अक्सर मानक के अनुरूप काम नहीं होता है यदि निष्पक्ष रुप से एजेंसी के द्वारा जांच कराया जाए तो तमाम ठेकेदार और प्रतिनिधि रडार पर आ सकते हैं तथा जांच के बाद कार्रवाई होने के बाद मानक के अनुरूप काम हो सकता है. 
लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से ना मानक अनुरूप काम होता है और ना किसी का भय है. यही कारण है कि ठेकेदारों और प्रतिनिधि भय मुक्त है और धड़ल्ले से सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का घुन लगा हुआ है.
Report: Sanjay Malhotra..