Chandauli News In Hindi
चकिया तहसील के एक गांव सभा है बलिया। इससे जुड़ा एक राजस्व गांव गढ़वा है। यहां के ग्रामीण गढ़वा को राजस्व ग्राम बनाने की मांग सहित अन्य मुद्दों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं।धरने को 18 रोज हो गए।
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Edited By- भूपेंद्र कुमार
चकिया/चन्दौली। पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपदमें चकिया तहसील के एक गांव सभा है बलिया। इससे जुड़ा एक राजस्व गांव गढ़वा है। यहां की आबादी होगी। यहां के ग्रामीण गढ़वा को राजस्व ग्राम बनाने की मांग सहित अन्य मुद्दों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं।धरने को 18 रोज हो गए।
जब कोई सुनाई नहीं हुई तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। और चेताया कि अगर कोई सुनवाई नहीं होती है तो यहां के लोग वोट का बहिष्कार करेंगे।
दरअसल मामला यह है कि शिकारगंज क्षेत्र बलिया ग्राम सभा में गढ़वा ग्राम को गढ़वा को राजस्व गांव का दर्जा दिए जाने, ग्राम पंचायत बलिया खुर्द व जोगिया कला से वनाअधिकार कानून के तहत दाखिल दावों की अतिशीघ्र सुनवाई किए जाने, किस्मती देवी पत्नी सुद्धू के खाते पर लगी रोक हटाये जाने तथा आवास की दूसरी किस्त का पैसा खाते में जारी किए जाने की मांग की है।
साथ ही ग्राम पंचायत जोगिया कला के मौजा ताजपुर में विक्रमा के खेत का समतलीकरण पर किए गए कार्यों की मजदूरी का भुगतान किए जाने, सरकारी नाली काटने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करते हुए किसानों के खेत की सिंचाई के लिए नाली का निर्माण कराए जाने, दिनेश, रमेश, उपदेश, विक्रमा, प्रदीप, शिवाजी के ऊपर फर्जी तरीके से लगाए गए धारा 107/116 को वापस किए जाने सहित तमाम मांगों को लेकर यह धरना जारी है।
इस धरने के बाद उनकी एज भी समस्या को सुनने के लिए लेखपाल से लेकर को उच्चाधिकारी अभी तक नहीं पहुंचा। आज आक्रोशित ग्रामीणों ने अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए। तहसील प्रशासन का फूंका।
ज्ञातव्य हो कि ताजपुर(गढ़वा) में 11 सितंबर से शुरू अनिश्चितकालीन धरने पर 18 वें दिन बाद भी तहसील प्रशासन के किसी भी अधिकारी के न पहुंचने से इनौस तथा खेग्रामस कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और चकिया तहसील प्रशासन का पुतला फूंका,"तहसील प्रशासन मुर्दाबाद" "हमारी मांगे पूरी करो" सहित तमाम नारे भी लगाये।
संवेदनहीन हो गया चकिया तहसील प्रशासन, जारी रहेगा धरना
पुतला दहन के बाद संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि चकिया का तहसील प्रशासन इतना संवेदनहीन हो गया है कि लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलनरत लोगों से वार्ता करना भी जरूरी नहीं समझ रहा।
जिससे हमें इस तरह के आंदोलन में जाना पड़ रहा है। वक्ताओं ने आगे चेताया कि अगर तहसील प्रशासन अभी भी नहीं जागता है और आंदोलनकारियों से वार्ता नहीं करता है तो इससे भी तीखे आंदोलन किए जाएंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी तहसील प्रशासन की होगी।
खेग्रामस तथा इनौस कार्यकर्ताओं ने गढ़वा धरना स्थल से बलिया खुर्द पंचायत भवन तक जुलूस निकाला तथा चकिया अहरौरा मार्ग पर पुतला दहन भी किया था।
मोके पर भाकपा(माले) ब्लॉक लीडिंग टीम सदस्य तथा खेग्रामस जिला उपाध्यक्ष कामरेड विजई राम, इंकलाबी नौजवान सभा जिला संयोजन समिति सदस्य रमेश चौहान, ममता, अर्चना, किस्मती देवी, विदेशी राम,रमेश चौहान, शिवाजी, सुरेश चौहान, प्रदीप चौहान, राम विकास चौहान, उपदेश सहित तमाम शामिल रहे।