●नहर-माइनर में अतिक्रमण के नाम पर केस लादने व वसूली करने में जुटा सिंचाई विभाग
●भैसही - नशरथा के किसान जिलेदार-अमीन के ऊपर लगा रहे वसूली के आरोप
चकिया/ चन्दौली।किसानों की मौजूद समस्या से ध्यान हटाने में सरकार जहाँ लगी हैं वहीं दूसरी ओर सिचाई विभाग भी उस्ताद बन गया है।
जब हेड से टेल तक के किसान पानी न मिलने के लिए सिचाई विभाग को किसान दोषी ठहरा रहे हैं और जगह- जगह सिचाई विभाग व जिला प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन व जनप्रतिनिधियों का पुतला फूंक रहें हैं.
किसानों की खेतों की सिचाई के लिए नहरों- माइनरों को समय से ठीक कराने पर जिला प्रशासन व सिचाई विभाग पर जोर नहीं दिया गया ।
जिसका नतीजा हैं कि किसानों की खेतों में पानी न पहुँच पाने से वह आक्रोशित हैं।
वही उल्टे किसानों की खेतों में पानी न पहुंचा पाने में असफल सिचाई विभाग किसानों को परेशान करने व नहर की पटरी पर अतिक्रमण करने के नाम पर आरोप है कि जिलेदार -अमीन पैसे की अवैध वसूली में व्यस्त हैं। पैसा न देने पर किसानों के ऊपर मुकदमा कर रहें हैं ।
अभी भैसेही नशरथा के किसान नहर पर गाड़ी खड़ा करने सहित उपले पाथने व रखने के नाम पर वसूली का आरोप लगाते हुए चकिया उपजिलाधिकारी से शिकायत करने का विडियो भी वायरल किए है।
पचवनिया के कई किसान के ऊपर मुकदमा हो चुका है। जिस वजह से वे सिचाई विभाग चतुर्थ के दफ्तर में चकिया से नौगढ़ का चक्कर लगा रहें हैं।
धनावल के भी किसान कुछ पहले इसी तरह से परेशान है। किसानों की व्यथा सुनने वाला कोई अधिकारी न होने का आरोप लगाया है।
आई पी एफ प्रवक्ता अजय राय ने सिचाई विभाग के उच्च अधिकरियों से अतिक्रमण करने के नाम पर किसानों व गरीबों पर लादे जा रहे मुकदमा पर तत्काल रोक लगे और उनसे अवैध वसूली करने वाले कर्मचारियों पर तत्काल कार्यवाही किया जाए।
किसानों की खेतों में पानी हेड से टेल तक पानी पहुंचाने के लिए चकिया में सिचाई अधिकारी कैम्प करें, नहीं तो किसान इन उच्च अधिकारियों का घेराव करने के बाध्य होंगे।
Source: रविन्द्र यादव