हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित युवती की हालत नाजुक, वेंटिलेटर सपोर्ट से चल रही उसकी सांसें

हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित युवती की हालत नाजुक, वेंटिलेटर सपोर्ट से चल रही उसकी सांसें

हाथरस के पुलिस कप्तान विक्रम वीर (Vikram Veer) ने बताया कि 14 सितंबर को सामूहिक बलात्कार के चारों आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पुलिस को जब पता चला कि संदीप (20) ने भी उसे मारने का प्रयास किया था, उसके बाद उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।

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Edited-harvansh patel/एजेंसियां


हाथरस/अलीगढ़।  उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras) में कथित सामूहिक बलात्कार (Gang Rape) की पीड़िता की हालत काफी नाजुक बतायी गई है. 

उन्नीस साल की इस दलित युवती को अलीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर वह जीवन और मृत्यु के बीच जूझ रही है. उसे जीवन रक्षक उपकरणों पर रखा गया है. यह जानकारी आज शनिवार को अधिकारियों ने दी।

 हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रम वीर (Vikram Veer) ने बताया कि 14 सितंबर को हुए इस सामूहिक बलात्कार के चारों नामजद आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

उन्होंने कहा कि गैंगरेप की शिकार पीड़िता को अलीगढ़ के जेएन चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां वह जीवन रक्षक उपकरण के भरोसे चल रही है. उसके  बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना वाले दिन लड़की अपनी मां के साथ खेत में गयी थी और उसके तुरंत बाद वह गायब हो गयी थी। 

फिर कुछ देर बाद वह बुरी तरह से घायल मिली थी। उसकी जीभ कटी हुयी थी, आरोपियों ने उसका गला घोंटने का प्रयास किये थे लेकिन सफल नहीं हो सके।

संदीप द्वारा उसे मारने की सूचना के बाद ही गिरफ्तारी

उन्होंने बताया कि प्रारंभ में उन्हें पता चला कि संदीप (20) ने उसे मारने का प्रयास किया था, जिसके बाद उसे उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था.  पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने बयान में पीड़िता ने कहा कि संदीप के अलावा रामू, लवकुश एवं रवि ने उसके साथ बलात्कार किया और जब उसने उनके इस कृत्य को रोकने की कोशिश की तो उन लोगों ने उसका गला घोंटने का प्रयास किया। जिससे उसकी जीभ कट गयी।

उन्होंने बताया कि बाद में लवकुश एवं रामू को भी गिरफ्तार कर लिया गया और चौथे आरोपी को शनिवार को गिरफ्त में आ गया।

अलीगढ़ में चिकित्सकों ने कहा, पीड़िता की स्थिति बेहद 'नाजुक' 

जेएन चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया कि 14 सितंबर को सामूहिक बलात्कार का शिकार लड़की को अगले दिन अस्पताल लाया गया था. उसके गरदन में जख्म है और उसे जीवन रक्षक उपकरण पर रखा गया है। 

हाथरस के अति​रिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार ने बताया कि शुरूआत में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में और जानकारी मिलने के बाद उनके खिलाफ धारा 376 डी (सामूहिक बलात्कार) भी लगाया गया।

पीड़िता को बाद में सरकारी अस्पताल में भेजा गया

उन्होंने कहा कि फास्ट ट्रैक अदालत में मामले की सुनवाई की कानूनी प्रक्रिया की भी शुरूआत की गयी है. जबकि इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज जीवन ने मामले में हाथरस पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि स्थिति खराब होने के बाद पीड़िता को अलीगढ़ अस्पताल भेजा गया। 

पीड़िता के परिवार के सदस्यों से मुलाकात के बाद जीवन ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है।

 उन्होंने पीड़िता के परिवार को तत्काल सुरक्षा एवं 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की मांग की।