बैठक करते किसान
अलीनगर/चन्दौली। रिंग रोड ने जमीन अधिग्रहण को लेकर मंगलवार को रेवसा गांव के किसान लामबंद होकर काम रुकवा कर जमकर हंगामा व प्रदर्शन किया। हालांकि घंटों बाद पहुंचे एसडीएम व तहसीलदार के समझाने बुझाने के बाद किसान शांत हुए।
रिंग रोड में अधिकतर गांव के किसानों की जमीन अधिग्रहण की जा चुकी है। जिसमें चंदौली जनपद के 27 गांव से होकर रिंग रोड गुजर रही है। इसमें भी मात्र 8 गांव का सामान्य रेट व अन्य गांव का आवासीय रेट के हिसाब से मुआवजा दिया गया है।
यही स्थिति रेवसा गांव में भी उत्पन्न हो गई है ।जहां नेशनल हाईवे द्वारा 14 लाख रुपए बिस्सा दिया गया है । उसी आराजी में रिंग रोड द्वारा मात्र 2लाख 40हजार बिस्सा के हिसाब से मुआवजा दिया गया है। बहुत से किसानों की जमीन अधिक अधिग्रहण की गई है।
जबकि मुआवजा कम जमीन का बनाया गया है। इन सभी समस्याओं को लेकर मंगलवार को रेवसा गांव के किसान लामबंद होकर काम रुकवा दिया । तब हरकत में आए रिंग रोड के अधिकारी के साथ एसडीएम व तहसीलदार के साथ प्रशासन मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाने बुझाने का काम किया।
एसडीएम ने किसानों को आश्वासन दिया कि कोर्ट के फैसले के अनुसार किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। रही बात रिंग रोड निर्माण की तो जितनी फसल बर्बाद होगी उसका मुआवजा किसानों को देने का काम किया जाएगा।
इस मौके पर किसान नेता केदार यादव ,ग्राम प्रधान विक्की यादव ,निरंजन यादव, कमलेश कुमार गोंड, चकरू यादव, मनोज एडवोकेट, संतोष यादव ,चंद्रशेखर सिंह,सुरेंद्र यादव, विजय बॉर्डर गोंड ,अंतू गोंड, मुराहू गोंड आदि लोग मौजूद रहे।