हाथरस की पीड़िता को न्याय देने व मुख्यमंत्री के इस्तीफे को लेकर गांधी पार्क में दिया धरना

हाथरस की पीड़िता को न्याय देने व मुख्यमंत्री के इस्तीफे को लेकर गांधी पार्क में दिया धरना

 माकपा, भाकपा, भाकपा माले, आईपीएफ आदि संगठनों ने गांधी पार्क में मनाया काला दिवस

चकिया गांधी पार्क में धरना देते लोग
●Purvanchal News Print

चकिया/चन्दौली। माकपा, भाकपा, भाकपा माले, आईपीएफ सहित जनवादी महिला समिति एवं मजदूर किसान मंच ने गाधीं प्रतिमा के पास काला दिवस मनाते हुए धरना दिया।

धरने की शुरुआत गांधी बापू व लाल बहादुर शास्त्री जी को याद करते हुए उनकी प्रतिमा पर माला पहना कर किया गया।


धरने पर हाथरस की पीड़िता की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त किया गया व इन दलों ने इस बात पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया कि पीड़िता की दिल्ली में मौत के बाद गाँव ले जाकर प्रशासन ने उसकी जबरिया अन्त्येष्टि कर दी। परिवार को अंतिम दर्शन तक से वंचित कर दिया।

 यहां सवाल खड़ा किया कि योगीराज में प्रशासन किस हद तक तानशाह और असंवेदनशील हो चुका है।

धरने पर वक्ताओं ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में पुलिस प्रशासन ने जो षडयंत्र पूर्ण स्थिति अख़्तियार की और पीड़िता के साथ हुये अन्याय को दबाने की कोशिश की वह राज्य सरकार के माथे पर कलंक का टीका साबित हो रहा है। 

उत्तर प्रदेश में बलात्कार, बलात्कार के बाद हत्या एवं दलित उत्पीड़न की प्रतिदिन अनेक वारदातें हो रही हैं। 

योगी सरकार ने इन जघन्य वारदातों को रोक पा रही है और न ही अन्य अपराधों को। उत्तर प्रदेश जंगलराज बन चुका है। 

यह सरकार और सरकार के मुखिया सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो बैठी है।


अब स्थिति यह है कि हाथरस में पीड़िता के गाँव बूलगड़ी को पुलिस छावनी बना दिया गया है और सारे रास्ते सील कर दिये गए हैं। 

भाजपा को छोड़ किसी भी जन प्रतिनिधि तथा राजनेता को वहाँ जाने तक नहीं दिया जा रहा। इस पर लोगों में उबाल है और वे सड़कों पर उतर रहे हैं, लेकिन उन्हें पुलिस प्रशासन के बल पर दबाया जा रहा है।

 लाठीचार्ज आदि किया गया है। अन्य जगह भी विरोध प्रदर्शनों पर बल प्रयोग किया जा रहा है। आज हम सब इसकी निन्दा करते हैं।

 धरना देकर मांग करते हैं कि दोषियों को कड़ी सजा मिले और फास्ट ट्रेक में सही पैरवी हो सके, इसके लिए जरूरी है कि पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार लोगों को चिन्हित कर तत्काल हटाया जाये। 

पीड़ित परिवार को 20 लाख का अतिरिक्त मुआबजा दिया जाये। यहां कहा कि मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह असफल साबित हुये हैं, अतएव उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिये।

काला दिवस व गाधीं प्रतिमा के सामने धरना का नेतृत्व माकपा के जिला सचिव राम अचल यादव, भाकपा के जिला सचिव शुकदेव मिश्रा, भाकपा ( माले) जिला सचिव अनिल पासवान, आई पी एफ प्रवक्ता अजय राय, जनवादी महिला समिति के अध्यक्ष लालमनि विश्वकर्मा, किसान नेता लालचंद यादव, परमानन्द कुशवाहा, रामनिवास पाण्डेय,  शिवमुरत राम सहित कई लोगों ने किया। संचालन शम्भुनाथ यादव ने किया।