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अंबिका यादव बसपा कार्यकर्ताओं के साथ |
दुर्गावती (कैमूर)। बिहार में चुनावी दंगल चरम सीमा पर देखा जा रहा है। विभिन्न पार्टियों के लोग अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में लगातार जनसंपर्क करने में लगे हुए हैं।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू होन के बाद भी विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ताओं के द्वारा चौक-चौराहे पर शाम ढलते ही चाय की दुकानों पर भारी भरकम भीड़ लगते हुए देखा जा रहे है।
जहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखती हैं। बहुजन समाज पार्टी रामगढ़ विधानसभा के भावी प्रत्याशी अंबिका यादव ने बताया कि रामगढ़ विधानसभा में ही नहीं बल्कि कैमूर जिला के चारों विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी के जनाधार को देख बौखलाहट सी मच गई है।
जब से बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन किया हूं और नामांकन करने के बाद से सभी पार्टी के नेताओं की नींद हराम हो गई है। और बसपा की बढ़ते जनाधार को देख अन्य नेताओं के आंखों का किरकिरी बसपा पार्टी बनी हुई है।
विधानसभा चुनाव 2020 में बिहार के सभी 85 % वर्ग के लोग एक प्लेटफार्म पर आ चुके हैं, जिसका नतीजा है कि विरोधी पार्टियां तरह-तरह का अफवाह फैलाने का काम कर रहे है। वोटरों को प्रलोभन देना व दलितों को भगवान का दर्जा देना एवं विभिन्न तरह से हथकंडे को अपनाते हुए आड़े हाथों पार्टी का सिंबल छाप वाला गमछा वितरण करना यह भी एक षड्यंत्र है।
ग्रामीण इलाकों में गमछा ही नहीं बल्कि गुप्त रूप से रुपए भी बांटने के षड्यंत्र रची जा रही है। देखना यह है कि शासन- प्रशासन के लोग इस पर क्या कार्रवाई करते हैं या नहीं।
source- संजय मल्होत्रा