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स्कूली बच्चों की संख्या कम रही, फोटो- pnp |
चन्दौली: कोरोना संकट केे बीच छह माह यानि मार्च के बाद 19 अक्टूबर को पहली बार खुले विद्यालय खुले हैं। मगर आलम यह रहा कि विद्यालयों में बच्चों उपस्थिति बहुत ही कम रही।
बावजूद कोरोना संक्रमण से बचने के लिए थर्मल स्कैनिंग, मास्क, सेनीटाइजर सहित सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए पूरी व्यवस्था और तैयारी की गई थी।
लेकिन विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति नगण्य के बराबर रही। हालांकि अध्यापकों की उपस्थिति देखने को मिली है।
जनपद के बापू बालिका इंटर कॉलेज चंदौली खुर्द में साफ-सफाई के साथ शासन के गाइडलाइंस के तहत विद्यालय खोलने के निर्देश पर सभी व्यवस्था करने के बावजूद एक भी छात्राएं विद्यालय में नहीं पहुंची। जबकि अध्यापकों की उपस्थिति शत-प्रतिशत देखने को मिली।
कार्यालय अधीक्षक राजेश सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण का भय इस कदर लोगों में है कि कई महीने बाद विद्यालय खुलने के बाद ही बच्चों को स्कूल भेजने से परहेज कर रहे हैं।
इधर, राधा कृष्ण इंटर कॉलेज अलीनगर में भी छात्र-छात्राओं की संख्या एक दर्जन ही देखने को मिली। विद्यालय के प्रबंधक बैजनाथ यादव ने बताया कि शासन के निर्देश पर सभी व्यवस्थाएं करने के बावजूद भी बच्चों की संख्या नहीं के बराबर रही।