Hindi News/ बिहार विधान सभा चुनाव
अब यहां मतदान होने के बाद चौक- चौराहे गांव व गलियों में अपने-अपने उम्मीदवार को जीत की आस लगाए बैठे कार्यकर्ताओं में जोरदार बहस देखने को मिल रही है।
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सांकेतिक फोटो |
Edited By- संजय मल्होत्रा
दुर्गावती ( कैमूर )। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण मतदान के बाद अब उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीन में बंद हो गया है, जिसका निर्णय 10 तारीख को होगा। मगर उनके समर्थक चर्चा में जुटे हुए हैं।
लेकिन चौक- चौराहे गांव गलियों में अपने-अपने उम्मीदवार को जीत की आस लगाए बैठे कार्यकर्ताओं में जोरदार बहस देखने को मिल रही है। सभी दलों के कार्यकर्ता अपने-अपने उम्मीदवार के जीत के दावे के साथ अपना पक्ष रखते नजर आ रहे हैं।
रामगढ़ विधानसभा में त्रिकोणत्मक लड़ाई के संकेत शुरू से ही मिलते रहे, जो मतदान होने के बाद ईवीएम में बंद हो गया है। लेकिन लोग एक दूसरे को पार्टी के चुनाव चिन्ह के नाम के साथ लोगों को पुकारते नजर आ रहे हैं।
यही नहीं कौन किसे वोट दिया है, इस में आशंका में उसकी भी चर्चा हो रही है। यह पहचान करने में लगे हैं कि कौन आदमी किस प्रत्याशी को वोट दिया है।
रामगढ़ विधानसभा का दुर्गावती प्रखंड का मतदान प्रतिशत 65.3 प्रतिशत रहा है, जो कैमूर जिले का सर्वाधिक प्रतिशत रहा। सुबह से ही जनता अपने घरों से निकलकर देर शाम 6:00 बजे तक मतदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। जिन-जिन व्यक्तियों का मतदान खत्म होता जाता था, बाजार के मुख्य चौराहे और चाय की दुकान पर फोन से किसको कहां से कितना मत कैसा रुझान है।
इसका आकलन करने में व्यस्त थे। और अपने अपने प्रत्याशी को जीतने की संभावनाओं के लिए एक समर्थक दूसरे समर्थक से पता लगा रहे थे। लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म हुआ कि चौक चौराहे पर काहो लालटेन, काहो हो हाथी और काहो हो कमल के नाम से लोगों को पुकारते देखा गया।
इसी बीच गरमा-गरम बहस और तीखी नोकझोंक के बीच बचाव करते लोग नजर आ रहे थे। अब देखना यह है की अगले 10 तारीख को किस प्रत्याशी का भाग्य ईवीएम मशीन से उदय होता है और किस के सिर पर बंधता है ताज। वैसे दुर्गावती प्रखंड में बिल्कुल शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ कहीं से कोई अप्रिय घटना या वारदात नहीं सुनने या देखने को मिली।