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वन विभाग योजना के द्वारा वृक्षारोपण कराया गया था, जिसकी देखरेख ग्रामीणों को सौंपा गया है। यहां गांव के लोग भी आए दिन देखभाल और सिंचाई करते हैं, उसके बावजूद भी लगाए गए पौधा के इर्द-गिर्द काफी झाड़ी नुमा घास उग गई थी।
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घास पूस निकालते वन पोषक |
दुर्गावती (कैमूर)। स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जमुरनी के ताल में वन विभाग योजना के द्वारा वृक्षारोपण कराया गया था, जिसकी देखरेख ग्रामीणों को सौंपा गया है। यहां गांव के लोग भी आए दिन देखभाल और सिंचाई करते हैं, उसके बावजूद भी लगाए गए पौधा के इर्द-गिर्द काफी झाड़ी नुमा घास उग गई थी।
जिसको सोमवार की सुबह से शाम तक बहुत मेहनत करके जमुरनी गांव के वन पोशाक अनिल कुमार, शंभू, आशीष, गणेश, इंद्रजीत, विनोद आदि लोगों ने साफ सफाई किया।
वन पोषक अनिल कुमार ने बताया कि लगाए गए। पौधों की देखभाल सही ढंग से नहीं किया गया होता तो आसपास के घुमंतू पशु एवं जानवर नुकसान कर देते और यहां एक भी पौधा वृक्ष देखने को नहीं मिलता।
इसलिए हम लोग आए दिन वृक्षों का देखभाल करते रहते हैं और घास फूस की साफ-सफाई एवं मिट्टी को कुदाल से खोद कर उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए वन विभाग योजना के गाइडलाइन के हिसाब से खाद्य पदार्थ का छिड़काव भी करते रहते हैं।
कहा कि एक वृक्ष लगाना 100 पुत्र के बराबर होता है, इसलिए हम लोग प्रकृति को बचाए रखने के लिए संकल्प लिया है कि वृक्ष रोपण कराते रहेंगे और इसकी देखभाल की जिम्मेदारी को भी निभाते रहेंगे।
रिपोर्ट-संजय मल्होत्रा