Hindi Samachar-चंदौली
पुलिया पर प्रतिबंध के बावजूद भारी वाहन डंफर पास करने के चक्कर में फंस जाने से घंटों जाम से लोग जूझते रहे। इस दौरान एम्बुलेंस भी फंसा हुआ था। जब नागरिकों ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया तो इसे अनसुना कर दिया गया।
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पुलिया पर फंसा वाहन, फोटो-pnp |
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शहाबगंज/चन्दौली। स्थानीय थाना के पास स्थित पुलिया पर प्रतिबंध के बावजूद डंफर पास करने के चक्कर में वाहन फंस जाने से घंटों जाम से लोग जूझते रहे। इस दौरान एम्बुलेंस भी फंसा हुआ था। जब नागरिकों ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया तो इसे अनसुना कर दिया गया।
बताया जाता है कि शहाबगंज के इस पुलिया पर 2 वर्षों से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगी हुई है। नदी की तरफ से आने वाले भारी वाहन इस पुलिया से नहीं गुजरते हैं। बावजूद गुरुवार की शाम एक डंफर का ड्राइवर इस पर वाहन ले जा रहा था, तभी पुलिया में फंस गया। जिससे दोनों तरफ से वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस जाम में एंबुलेंस भी घंटों फंसा रहा।
लोगों ने बताया कि कुछ दूर से थाने पर जब जाम की जानकारी दी गई तो पुलिस ने मदद को अनसुना कर दिया। जबकि लोग जाम से घंटों परेशान रहे।
आश्चर्यजनक पहलू तो यह है कि पुलिया पर प्रतिबंध के बावजूद नियम को तोड़कर जाम लगाने वाले डंपर के ड्राइवर से पूछे जाने पर उसने इस वाहन के मालिक के रूप में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबलि सिंह का नाम लिया।
बाद में काफी मशक्कत के बाद किसी तरह से वाहन को बैक कर बाहर निकाला गया। मगर अंतिम समय तक भी पुलिस मदद में वहां नहीं पहुंच सकी, जिससे लोगों में पुलिस के प्रति भारी आक्रोश देखा गया।