Hindi Samachar- कैमूर
सौर ऊर्जा से चलने वाली और ग्रामीणों को पानी देने वाली व्यवस्था सौर ऊर्जा की प्लेट और मशीन के खराब होने से ग्रामीणों को पानी देने में नाकाम है।
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दुर्गावती ( कैमूर )। सौर ऊर्जा से चलने वाली और ग्रामीणों को पानी देने वाली व्यवस्था सौर ऊर्जा की प्लेट और मशीन के खराब होने से ग्रामीणों को पानी देने में नाकाम है।
बता दें कि प्रखंड के दहियाव गांव में 10 वर्ष पहले केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे जब राज्य में मंत्री हुआ करते थे तो अपने मद से ग्रामीणों को पानी पीने के लिए बड़ा जल मीनार देने का काम किया था।
लेकिन लंबे समय के चलते वह योजना विभागीय लापरवाही से सौर ऊर्जा में बदल गई और गांव में जगह जगह पर टंकी बनाकर गलियों में पाइप बिछाकर नल लगा कर पानी देने का काम किया था। लेकिन कुछ ही समय के बाद यह योजना धरातल पर मूर्त रूप ले लिया।
आज गांव की गलियों में नलका पाइप कहीं टूटे हैं तो कहीं उसके सप्लाई करने वाले व्यवस्था पूरी तरह से नष्ट है। पंचायती राज में न ही पंचायत के पदाधिकारी न ही पंचायत के प्रतिनिधि इस पर ध्यान देने का काम करते हैं ।
इस संबंध में ग्रामीणों ने विभागीय पदाधिकारियों को मौखिक रूप से कई बार कहा भी है लेकिन इस योजना पर किसी का ध्यान नहीं है। यह योजना लापरवाही की भेंट चढ़ गई है ।
ग्रामीण बलदाऊ चौबे रामा शंकर चौबे, रामाशीष राम, मुन्ना चौबे, रामअवतार चौबे इत्यादि ग्रामीणों ने विभाग के इस निराश रवैया से दुखी है। उन्होंने समाचार पत्र के माध्यम से सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है ताकि शीघ्र ही योजना को चालू करकार ग्रामीणों को पानी दिया जा सके।