Hindi Samachar- चन्दौली समाचार
मोदी सरकार के किसान विरोधी तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बार्डर पर जारी आंदोलन के आह्वान पर एआईपीएफ व मजदूर किसान मंच ने जिओ समेत अंबानी-अड़ानी के उत्पादों के बहिष्कार का अभियान शुरू किया।
●एआईपीएफ व मजदूर किसान मंच के नेता अजय राय ने वकीलों से जनसंपर्क कर जिओ समेत अंबानी- अडानी की वस्तुओं के बहिष्कार का मांगा समर्थन
● लगाया आरोप, अंबानी -अडानी के इशारे पर मोदी सरकार ने बनाया है किसान विरोधी कृषि कानून
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अधिवक्ताओं से बातचीत करते हुए |
चकिया/चन्दौली। मोदी सरकार के किसान विरोधी तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बार्डर पर जारी किसान आंदोलन के आह्वान पर एआईपीएफ व मजदूर किसान मंच ने जिओ समेत अंबानी-अड़ानी के उत्पादों के बहिष्कार का अभियान शुरू किया।
आज एआईपीएफ के राज्य कार्य समिति सदस्य व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने चकिया कचहरी में वकीलों से संपर्क कर जिओ समेत अंबानी- अड़ानी की बस्तुओं के बहिष्कार की अपील की।
उन्होंने बार एसोसिएशन से किसान आंदोलन को लेकर समर्थन भी मांगा। चकिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बैजनाथ राय ने किसान आंदोलन को पूरा समर्थन देने की घोषणा की हैं!
एआईपीएफ के राज्य कार्य समिति सदस्य व मजदूर किसान मंच के प्रभारी ने यहां जारी बयान में बताया कि मोदी सरकार ने अंबानी, अड़ानी और अमेरिकी कंपनियों का कृषि और कृषि बाजार पर कब्जा कराने को तीन कृषि कानून बनाये गये हैं।
श्री राय ने आरोप लगाया कि जिस तरह से अड़ानी ने अनाजों को जमा करने को बड़े बड़े गोदाम पहले ही बना लिए हैं और अंबानी ने खुदरा व्यापार को फ्यूचर ग्रुप खरीदा है, उससे जाहिर होता है कि मोदी सरकार के कृषि कानूनों की जानकारी अंबानी -अड़ानी जैसे लुटेरे कारपोरेट घरानों को पहले से ही थी।
जाहिर है कि मोदी सरकार ने अंबानी- अड़ानी के इशारे पर तीनों कृषि कानून बनाये हैं। किसानों और आम जनता को इन कानूनों से भारी नुकसान होगा। आलू , प्याज , गेहूं , चावल ,दालों समेत आम जनता के जीवन के लिए जरूरी खाद्य बस्तुओं को किसानों से कौड़ी के दामों पर खरीदकर अंबानी -अड़ानी और अमेरिकी कंपनियां मनमाने दामों पर बेचकर बेलगाम मुनाफा कमाएंगी।
कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिये किसानों की जमीनों और खेती पर ये कारपोरेट कंपनियां कब्जा कर लेंगी।कृषि कानून हर हाल में रद्द होने चाहिए। किसान आंदोलन की मांगें जायज हैं।
एआईपीएफ व मजदूर किसान मंच ने सभी नागरिकों से किसान आंदोलन का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने आह्वान किया कि कोई जिओ सिम न खरीदे। जिहोंने जिओ सिम खरीद लिया है, वे उसे किसी अन्य कंपनी में पोर्ट करा ले। रिलयांस के पेट्रोल पंप से डीजल -पैट्रोल न खरीदें। अंबानी व अड़ानी के सभी उत्पादों का बहिष्कार कर किसान आंदोलन का साथ दें।
एआईपीएफ के राज्य कार्य समिति सदस्य व मजदूर किसान मंच के प्रभारी ने एडवोकेट प्रदीप कुमार राय, सुभाष मौर्या, शिवपुजन पटेल, लालचंद यादव शिवप्रसाद मौर्या, शहाबुद्दीन भैया लाल सिंह,पंकज कुमार सिंह, प्रदीप कुमार जायसवाल, रामकृत राम, इलाका सिंह, राकेश लाल श्रीवास्तव, अरविंद यादव, विवेक श्रीवास्तव समेत दर्जनों अधिवक्ताओं से संपर्क कर किसान आंदोलन के लिए समर्थन मांगा।