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यूपी-बिहार सीमा सरहद पर कर्मनाशा के स्टील ब्रिज पुलिया पर अनियंत्रित होकर एक बालू लदे ट्रक का पहिया नीचे उतर गया। जिससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया। किसी तरह चालक व खलासी कूदकर अपनी जान बचाई।
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जाको राखे सईयां, बड़ा हादसा टल गया, फ़ोटो-PNP |
दुर्गावती (कैमूर)। यूपी-बिहार सीमा सरहद पर कर्मनाशा नदी में बने स्टील ब्रिज पुलिया पर अनियंत्रित होकर एक बालू लदे ट्रक का पहिया नीचे उतर गया। गनीमत रही कि ट्रक चालक-खलासी ट्रक बंद कर नीचे उतर गए। लोग जाके राखे साइयां...का उदाहरण देने लगे।
इस हादसे के बाद एनएएचआई सड़क पर लंबा जाम कई घंटों तक लगा रहा। बाद में काफी मशक्कत के बाद क्रेन से ट्रक को निकाला गया। बताते चलें कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर कर्मनाशा नदी में बनाया गया कंकरीट पुलिया बीते 28 दिसंबर 2019 को क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसके बाद पुल से आवागमन बंद हो गया था।
लगभग एक साल के बाद पुल का मरम्मत करके फिर उसे तैयार किया गया है लेकिन प्रशासनिक पेंच की वजह से पुल से आवागमन अभी चालू नहीं किया गया है। पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद एनएचआई द्वारा पुल के दोनों तरफ डायवर्सन बनाया गया था।
लेकिन बरसात के पहले पुल का मरम्मत नहीं होने से नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण दोनों डायवर्सन पानी के दबाव के कारण टूट गये थे।
इसकी जानकारी एनएचआई को पहले से ही थी कि नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद डायवर्सन बंद हो जाएंगे।
इसे देखते हुए पुनः स्टील ब्रिज बनाया गया था, जिसकी क्षमता 50 टन लोड की थी। खबर है कि लगातार ओवरलोड बालू लदे ट्रकों के आने-जाने से स्टील ब्रिज पूरी तरह से जर्जर हो गया है।
उसी ब्रिज से होते हुए छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन चालू है। इसी क्रम में गुरुवार की रात में एक ट्रक अनियंत्रित होकर स्टील ब्रिज के नीचे उतर गया। स्थिति यह रही कि ट्रक चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए ट्रक को तुरंत वहीं खड़ा करके नीचे उतर गया। लोग कहने लड़े थे कि जाको राखे साइयां ,मार सके न कोय।
जिसके बाद स्टील ब्रिज से वाहनों का आवागमन बंद हो गया। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे एनएचआई कर्मियों ने क्रेन मंगाकर कई घंटों तक कड़ी मशक्कत के बाद ट्रक को बाहर निकाला। जिसके बाद आवागमन को पुनः शुरू किया गया।
बताते चलें कि एनएचआई एवं प्रशासन के बीच इसी तरह तनातनी बना रहा तो कर्मनाशा नदी में बने स्टील ब्रिज पुलिया के ऊपर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
वहीं एनएचआई विभाग का कहना है कि पुरानी कंक्रीट पुलिया की मरम्मत करके तैयार किया गया है लेकिन जब तक शासन- प्रशासन ओवरलोड ट्रकों के ऊपर अंकुश नहीं लगाता है, तब तक उक्त पुलिया से आवागमन चालू नहीं किया जाएगा ।
एनएचआई ने इस संदर्भ में बिहार सरकार को लिखित पत्र देखकर ओवरलोडिंग पर रोक लगाने की मांग की है, अब देखना यह है कि सरकार ओवरलोडिंग के ऊपर कब तक लगाम लगा पाता है या नहीं ?
पुल के बंद होने की वजह से आए दिन खजुरा से लेकर दुर्गावती राष्ट्रीय राजमार्ग जाम रहता है इसी जाम के कारण कई दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है और कितने लोगों के घर उजड़ गए हैं।
...(रिपोर्ट-संजय मल्होत्रा)
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