किसान विरोधी काले कानून का विरोध करना संविधान प्रदत्त लोकतांत्रिक अधिकार : अजय राय

किसान विरोधी काले कानून का विरोध करना संविधान प्रदत्त लोकतांत्रिक अधिकार : अजय राय

Hindi Samachar- चंदौली

अखिल भारतीय किसान समन्वय संघर्ष समिति के आह्वान पर जिला मुख्यालय पर धरना देने जा रहे एआईपीएफ के राज्य कार्य समिति सदस्य व मजदूर किसान मंच प्रभारी अजय राय को चकिया कोतवाल रहमतुल्लाह खां ने हाउस अरेस्ट कर दिया।

●पुलिस द्वारा हाउस अरेस्ट एआईपीएफ नेता अजय राय ने अन्नदाता के समर्थन में सांयकाल तक अन्न त्यागा

●जिला मुख्यालय पर धरना देने जा रहे किसान नेता ने पुलिस बल द्वारा हाउस अरेस्ट को लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला कहा
अजय राय हाऊस अरेस्ट, फोटो-pnp

चकिया / चन्दौली। जिला मुख्यालय पर अखिल भारतीय किसान समन्वय संघर्ष समिति  के आह्वान पर  धरना देने जा रहे एआईपीएफ के राज्य कार्य समिति सदस्य व मजदूर किसान मंच प्रभारी अजय राय को चकिया कोतवाल रहमतुल्लाह खां ने हाउस अरेस्ट कर दिया।
अन्नदाता के समर्थन में आज सांयकाल तक अन्न का त्याग करने की घोषणा की है।

श्री राय ने सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा हाउस अरेस्ट की कड़ी निंदा करते हुए इस कार्यवाही को अलोकतांत्रिक बताया है। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी काले कानून का विरोध करना संविधान प्रदत्त लोकतांत्रिक अधिकार हैं, लेकिन आरएसएस व भाजपा की मोदी - योगी की सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला कर रहीं हैं। 

किसान विरोधी तीनों कानून वापस लेने, एमएसपी पर कानून बनाने, सरकारी समितियों द्वारा फसलों की खरीद व भुगतान की गारंटी, विद्युत संशोधन विधेयक वापस लेने और मजदूर विरोधी लेबर कोड निरस्त करने की मांग को लेकर किसान संगठनों के आज जिला मुख्यालय पर धरना देने के लिए चन्दौली निकलने के पूर्व ही नजरबंद करना पूरी तरह से अनुचित व दमनकारी कदम है। इस तरह के सरकार व प्रशासन की कदम को दमनकारी कदम बताते हुए कहा कि योगी की सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रहीं हैं। 

दमन के द्वारा विरोध के आवाज को दबाना चाहती हैं। आज जिला मुख्यालय पर किसान आंदोलन के समर्थन में धरना देने के लिए निकलने के पूर्व हमें आज भी पुनः चकिया कोतवाल के द्वारा घर में ही नजरबंद कर दिया गया है, लेकिन किसान आंदोलन के समर्थन में अन्नदाता के लिए सांयकाल चार बजे तक हम अन्न त्याग रहें है।