Hindi Samachar/Chandauli
नया साल मनाने का हर किसी का अलग-अलग तरीका होता है। बाल कल्याण समिति ने बनवासी बस्ती में पहुंच कर बच्चों को मिष्ठान वितरित कर नया साल की शुरुआत की।
![]() |
बाल कल्याण समिति, फोटो-PNP |
चन्दौली। नया साल मनाने का हर कोई का
अलग-अलग तरीका होता है। कोई गरीबों के बीच मनाने पहुंच जाता है तो कोई सैर पर निकल जाता है। बाल कल्याण समिति ने अलीनगर स्थित वार्ड नंबर तीन बनवासी बस्ती में पहुंच कर बच्चों को मिष्ठान वितरित कर नया साल की शुरुआत की।
अलग-अलग तरीका होता है। कोई गरीबों के बीच मनाने पहुंच जाता है तो कोई सैर पर निकल जाता है। बाल कल्याण समिति ने अलीनगर स्थित वार्ड नंबर तीन बनवासी बस्ती में पहुंच कर बच्चों को मिष्ठान वितरित कर नया साल की शुरुआत की।
बाल कल्याण समिति के दो सदस्यों की टीम ने नया साल के उपलक्ष्य में बच्चों में खुशी बांटने के साथ ही उन्हें पढाई, साफ सफाई के प्रति जागरूक भी किया।
यही नहीं आजादी के कई दशक बाद भी झुग्गी झोपड़ी में निवास करने वाले इन बनवासी बस्ती में आज भी शौचालय साफ सफाई आवास मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
इसको लेकर समिति के इंद्रजीत शर्मा व आराधना गुप्ता ने बताया कि ऐसे मलिन बस्तियों की खस्ता हालत देख हर कोई का दिल पसीज जाता है। लेकिन आलम यह है कि शौचालय के मिले ₹12000 में इनके तक मात्र ₹4000 ही पहुंच पाया। जिससे अभी तक शौचालय अधूरा पड़ा है।
घास फूस की झोपड़ी कंप्यूटरीकृत युग को मुंह चिढ़ा रही है। कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ यहां तक पहुंचाने में घोर लापरवाही बरती जा रही है। इस मौके पर दिनेश कुमार सिंह, सतीश कुमार आदि लोग मौजूद रहे।