सार
भागीदारी संकल्प मोर्चा के तत्वावधान में सोमवार को सकलडीहा विधानसभा के ग्राम भगवारे में राष्ट्र उदय पार्टी ने लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 296 वीं जयंती मनाई।
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अहिल्या भाई होल्कर, फोटो-google |
विस्तार
सकलडीहा/ चन्दौली। भागीदारी संकल्प मोर्चा के तत्वावधान में सोमवार को सकलडीहा विधानसभा के ग्राम भगवारे में राष्ट्र उदय पार्टी ने लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 296 वीं जयंती मनाई।
वहीं जिलाध्यक्ष दीपराज पाल (दीपेश) बताया कि भारत के इतिहास के कुछ पन्ने ऐसे हैं जो समाज सुधार और खासकर महिला सशक्तीकरण के मामले में क्रांतिकारी सुलेख की तरह हैं।
दुर्भाग्य से अस्मिता और सामाजिक न्याय के स्वाधीनोत्तर सरोकारों और व्याख्याओं के बीच अतीत की प्रेरणा को ज्यादा अहमियत नहीं दी गई। ऐसा ही एक प्रेरक नाम है- अहिल्याबाई होल्कर।
महिला विरोधी हालात की जकड़बंदी से उठकर जिस तरह अहिल्या एक लोकप्रिय प्रजापालक के तौर पर सामने आईं, वह अपनी मिसाल आप है। उनका जन्म 31 मई 1725 को अहमदनगर के चौंडी नाम केगांव में हुआ था।
उनके पिता मनकोजी राव शिंदे गांव के पाटिल यानी मुखिया थे। जब कोई स्त्री शिक्षा की बात भी नहीं सोचता था तो मनकोजी ने अपनी बेटी को घर पर ही पढ़ना-लिखाना सिखाया। अहिल्या किसी राजसी परिवार से तो नहीं थीं पर उसकी किस्मत में महारानी बनना लिखा था।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से रिंकू यादव, मनीष पाल, राकेश पाल, मनीष पाल, कृष्णा पाल, अनिश पाल, आकाश पाल, अजित चौधरी, जितेंद्र पाल, सतीश यादव, सत्यपाल सहित समस्त कार्यकर्ता और बड़े बुजुर्ग उपस्थित थे।