सार
छह महीने पूर्ण होने पर किसानों के आह्वान पर पूरे देश में आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया गया। यहां चन्दौली में भी किसानों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया गया।
विस्तार
चन्दौली। दिल्ली बॉर्डर पर तीन काला कानून वापसी को लेकर 6 महीने से किसान आंदोलनरत है। छह महीने पूर्ण होने पर किसानों के आह्वान पर पूरे देश में काला दिवस के रूप में 26 मई को मनाया गया।
इसी के तहत भारतीय किसान यूनियन के मण्डल अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप तिवारी की अध्यक्षता में किसानों द्वारा पिपरी गांव में हाथों में काला झंडा लेकर जुलूस के शक्ल में विरोध प्रदर्शन किया गया ।
इन्होंने कहा कि जब तक यह तीनों काला कानून सरकार द्वारा वापस नहीं लिया जाता तब तक किसान इसी तरह आंदोलनरत रहेंगे। मोदी सरकार को ईंट का जवाब पत्थर से देने के लिए किसान पूरी तरह तैयार है।
इस मौके पर विद्या देवी ,कंचन देवी ,रविकान्त तिवारी आदि मौजूद रहे।
उधर, सकलडीहा तहसील अध्यक्ष रामअवतार सिंह मनिहरा पोखरा पर काला झंडा फहराकर विरोध दर्ज किया। इस मौके पर मनोज यादव ,राधेश्याम शुक्ल ,रामाश्रय प्रजापति , हकीम अरूण कुमार यादव , राधेश्याम यादव आदि मौजूद रहे।
वहीं भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रैमनारायण मौर्य के महारखा स्थित उनके घर पर ही पुलिस नजरबंद कर दिया। बावजूद इसके जगह-जगह किसानों ने विरोध प्रदर्शन काला झंडा दिखाकर किया।