देश के उप प्रधानमंत्री, गरीबों के मसीहा, सामाजिक न्याय के योद्धा बाबू जगजीवन राम की पुण्यतिथि सादगी एवं श्रद्धा के साथ मनाई गई।
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सासाराम में जगजीवन राम की पुण्यतिथि मनाते हुए लोग |
● कांग्रेस नेता कन्हैया सिंह ने कहा, वे किसानों, गरीबों के मसीहा एवं राजनीति के पुरोधा थे
सासाराम (रोहतास)। व्यवहार न्यायालय के निकट कांग्रेस नेता कन्हैया सिंह नोटरी की अध्यक्षता में देश के उप प्रधानमंत्री, गरीबों के मसीहा, सामाजिक न्याय के योद्धा बाबू जगजीवन राम की पुण्यतिथि सादगी एवं श्रद्धा के साथ मनाई गई।
कांग्रेस नेता श्री सिंह नोटरी ने अपने संबोधन में कहा कि बाबू जगजीवन राम किसानों गरीबों के मसीहा एवं राजनीति के पुरोधा थे। सबसे पहले उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया उसके बाद उनके महान व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।
उन्होंने आगे कहा कि बाबू जगजीवन राम को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। बाबू जगजीवन राम जी का देश की आजादी में किए गए योगदान को देश भुला नहीं सकता। सन 1971 में जब भारत एवं पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था बाबूजी ही देश के रक्षा मंत्री थे।
उन्होंने पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ा दिए थे। करीब 90 हजार पाकिस्तानी सेना को उस युद्ध में आत्मसमर्पण करना पड़ा था। जो दुनिया के जंग के इतिहास में सबसे बड़ा विजय हुआ था। श्रीमती इंदिरा गांधी उस समय इस देश की प्रधानमंत्री थी।
इस युद्ध में पाकिस्तान दो भागों में बंट गया था। जिसका नाम बांग्लादेश हुआ। श्रीमती इंदिरा गांधी उन्हें प्यार से बाबू जी कहती थी। उन्हीं की पुत्री श्रीमती मीरा कुमार सासाराम संसदीय क्षेत्र से जीतकर देश के प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष बनी थी और अभी श्रीमती मीरा कुमार कांग्रेस की एक दिग्गज नेता है।
बाबूजी ने सासाराम क्षेत्र एवं देश के लिए जो अनुकरणीय कार्य किए उसे भुलाया नहीं जा सकता।
मौके पर कन्हैया सिंह नोटरी कांग्रेस नेता, लोकेश तिवारी, बद्री नारायण चौबे, रमेश कुमार पाण्डेय, प्रभात कुमार सिंह, धनंजय मेहता, डॉ जावेद अख्तर, राधा प्रसाद सिंह, सगीर अहमद, अली हुसैन इदरीसी, दिलबास अंसारी, श्रीश त्रिवेदी, रामनाथ चौबे, राधा कृष्ण पांडेय, शैलेंद्रनाथ ओझा, मनोज कुमार सिंह, राजेश्वर कुशवाहा, विनोद राय सहित कई अन्य उपस्थित थे।
संवाद सहयोगी: संजय तिवारी