...अगर न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लूंगी, केंद्रीय विद्यालय की छात्रा ने लिखा पीएम, सीएम व डीएम को चिट्ठी

...अगर न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लूंगी, केंद्रीय विद्यालय की छात्रा ने लिखा पीएम, सीएम व डीएम को चिट्ठी

  वाराणसी केंद्रीय विद्यालय की एक छात्रा का सपना है कि वह आईएएस बनकर देश की सेवा करे। आला अफसरों को मिलाकर दबंग लोग उसकी पैतृक संपत्ति हड़प रहे हैं। 
छात्रा प्रिया राय

● आईएएस बनने के सपने को चकनाचूर कर रहें दबंग, कैमूर प्रशासन पर बदमाशों के पक्ष में प्रताड़ित करने का लगाया आरोप 

विनोद कुमार राम, भभुआ (कैमूर)/वाराणासी। उत्तर प्रदेश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के केंद्रीय विद्यालय की एक छात्रा का सपना है कि वह आईएएस बनकर देश की सेवा करे। मगर उसके गृह जनपद कैमूर के आला अफसरों को मिलाकर दबंग लोग उसकी पैतृक संपत्ति हड़प रहे हैं। छात्रा व उसके मां बाप पीड़ित हैं। 

इस छात्रा ने देश के प्रधानमंत्री, बिहार के मुख्यमंत्री एवं कैमूर जिला अधिकारी को पत्र लिखकर गुहार लगाई है। कहा है अगर न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लूंगी।

अपने लिखे पत्र में छात्रा ने बताया है कि स्वर्गीय केदारनाथ राय के पुत्र वृज नाथ राय पीडब्ल्यूडी से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके पुत्र प्रमोद कुमार राय कि मैं ज्येष्ठ पुत्री प्रिया राय हूं। मेरा घर बिहार के कैमूर जनपद के मुखराव गांव में है।

मेरे दादा बैजनाथ राय का 2015 में देहांत हो गया। मेरी दादी लाख मुनी राय 72 वर्षीय उनकी पेंशन का लाभ ले रही हैं। मेरे दादा वृजनाथ राय के पिता स्वर्गीय केदारनाथ राय के नाम पर परिवारिक संपत्ति है।

छात्रा प्रिया राय के माता-पिता

मेरे माता-पिता मेरी शिक्षा-दीक्षा वाराणसी में दिला रहे हैं। वाराणसी में मेरी लाख मुनी राय दादी के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री है। मेरे वाराणसी मकान पर सामंतों द्वारा मुझे और मेरे भाई को मारने का कई बार प्रयास किया गया। प्रिया राय ने लिखे गए पत्र में कहा है कि मैं अपनी जन्मभूमि, कर्मभूमि मुखराव में जब भी गांव जाती हूं तो मेरे ही बड़े पिता के पुत्र एवं उनके घर वाले मेरे प्रति बुरी नियत रखते हैं। आरोप लगाया कि मौका देख कर मेरे साथ अश्लील हरकत करने से बाज नहीं आते हैं। 

इस संबंध में जिलाधिकारी कैमूर नवदीप शुक्ला से अपनी सारी बातों को अवगत करा चुकी हूं, उन्होंने कहा था की बेटी एक दिन तुम आईएएस जरूर बनोगी। 

आगे प्रिया राय पत्र में लिखती है कि मैं वाराणसी के केंद्रीय विद्यालय से 11वीं कक्षा के सीबीएससी मैथ की छात्रा हूं। मेरी हार्दिक इच्छा है कि बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ के तहत आईएएस बन कर अपने देश के लिए सेवा करना चाहती हूं।

लेकिन जिला प्रशासन की सांठगांठ से मेरी पैतृक संपत्ति को हड़पना चाहते हैं। मेरे माता-पिता कुछिला थाना पर अपनी सभी समस्याओं से अवगत कराएं तो थाना प्रभारी ने हमारी माता रंजू राय के साथ ही अभद्रता करने लगा। मेरे पिता प्रमोद कुमार राय के ऊपर जानलेवा हमला भी हुआ है। मेरी माता श्रीमती रंजू राय ने कैमूर आरक्षी अधीक्षक को सारी बातों से अवगत कराया तो उन्होंने भी इंसाफ करने के बजाए तिरस्कार जैसा व्यवहार किया। मेरे सपने को पूरा करने में जिला प्रशासन सामंतों की पक्ष में लठैत बनकर खड़ा है। प्रिया राय ने भारत के प्रधानमंत्री, बिहार के मुख्यमंत्री, कैमूर के जिलाधिकारी से इंसाफ की गुहार लगाई है और कहा है कि हमें इंसाफ नहीं मिलेगा तो आत्म हत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता है।

जबकि केंद्र एवं राज्य सरकार की फरमान है कि भूमि संबंधित सभी मामलों का निष्पादन जनता दरबार लगाकर किया जा सकता है, लेकिन कुछ भ्रष्ट पदाधिकारियों की मनमानी रवैए के कारण यह मामला कहीं रक्त रंजित ना हो जाए।