श्रीराम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में.. प्रमोद रंगीला की गीत- संगीत ने सबका मनमोहा

 कैमूर के जाने-माने सिंगर प्रमोद रंगीला के कंठ स्वर से निकला गीत...'श्रीराम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में, सबका मनमोहा।


गायक प्रमोद रंगीला

कैमूर के प्रमोद रंगीला ने सावन की बेला पर कुदरा में बिखेरा स्वर संगीत, तालियों की गड़गड़ाहट से श्रोताओं ने किया स्वागत

विनोद कुमार राम, भभुआ (कैमूर)। जन जागरण अभियान के तहत हनुमान मंदिर कुदरा के प्रांगण में सावन की पावन बेला पर कैमूर के जाने-माने सिंगर प्रमोद रंगीला के कंठ स्वर से निकला गीत... 'श्रीराम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में-- एवं और लंका दहन के संवाद पर मधुर वाणी से जब गीत प्रस्तुत किया तो उपस्थित जनसमूह ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। 


उपस्थित जनसमूह को 'श्रीराम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में, गीत से सबका मनमोह लिया। उनके कदमों से कदम और ताल से ताल बिठाकर साथ देने वाले म्यूसियन पप्पू भाई, आर्गन पर संतोष, हीरा भाई, सरवन भाई, टीम के होनहार पप्पू बैंड म्यूजियम में सुरों में सूर, तालों में ताल बैठा कर जनता को रात भर जागरण करने के लिए मजबूर कर दिया। 

कैमूर के सिंगर प्रमोद रंगीला मां मुंडेश्वरी  के चरणों  में अपने को समर्पित करते हुए अपने गीतों को अपने सुरों से अपने स्वरों को जनता के बीच में उतारने का भरसक प्रयास करते हैं। 


कैमूर प्रमोद रंगीला को बिहार के कई जिलों एवं सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश के एवं पश्चिम बंगाल में कई नामी-गिरामी कार्यक्रमों में प्रस्तुति का मौका मिलत रहता है। 


सिंगर प्रमोद रंगीला मां मुंडेश्वरी को सब कुछ उनके नाम पर न्यौछावर कर दिया। लोगों में रुचि के मुताबिक जन भावनाओं को समझते हुए संगीत स्वर बिखरने का काम करते हैं।