आरोप है कि कोई भी प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सुविधा शुल्क देना पड़ता है। ऐसा न करने पर बार बार दौड़ाया जाता है। शिकायत के बाद भी अधिकारी मौन रहते हैं।
दुर्गावती (कैमूर)। स्थानीय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जमुरनी निवासी संतोष राम ने बताया कि हमारी दो बेटी प्रियांशु कुमारी और प्रिया कुमारी का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए हम बीते दिनांक 01/03/2021 से दुर्गावती प्रखंड मुख्यालय का चक्कर काट रहे हैं।
हमने कोर्ट से एफडिवीट बनवा कर प्रखंड के बड़े बाबु को दिया था और कुछ दिन दौड़ाने के बाद बड़े बाबू के द्वारा बोला गया की लेटर संख्या 1143/14/06/2021 द्वारा यहां से ग्राम सेवक के पास भेज दिया गया है।
तब हम ग्राम सेवक के पास गए तो उन्होंने बताया कि मुझे नहीं मिला है और पुनः ग्राम सेवक का दलाल मेरा कागज निकाल कर फेंक दिया और वहीं जो व्यक्ति अवैध रूपया देता है, उसका तुरन्त रजिस्टर मेंटेन करके काम किया जाता हैं। लेकिन हम गरीब लोगों को दौड़ाया जाता हैं।
क्या कहते है ग्रामीण:
सुमंत कुमार राकेश राम रामजी राम संतोष कुमार राम आदी लोगों ने बताया कि कैमूर जिला के दुर्गावती प्रखंड में ऐसा कोई दफ्तर नहीं बाकी है जहां सभी दफ्तरों में प्राइवेट दलाल कहें या कर्मचारी मनमाने ढंग से रखें गए हैं ग्राम पंचायत खजुरा के ग्राम सेवक अपने कार्यालय में प्राइवेट दलालों को रख कर कागज़ और फाइलों पर काम कराते हैं प्रखण्ड के सभी कर्मचारियों सहित अधिकारी भी प्राइवेट लोगों को रखकर काम कराते हैं प्राइवेट दलालों से अवैध वसूली का काम और अपने करते हैं आराम , जहां ग्रामीणों का शोषण हों रहा है और दलालों की चांदी कट रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त प्रखण्ड मे जितने कर्मचारी हैं या बड़े बाबू हैं सभी लोग प्राइवेट दलालों को रख कागजों का काम कराते है जहां प्राइवेट दलाल लोग अपना देहाड़ी निकालने के लिए असहाय गरीबों किसानों का जमकर शोषण किया जा रहा है।
एसडीएम ने कहा, शिकायत पर होगी जांच
इस संबंध में मोहनिया एसडीएम अमृता बैस से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यदि ऐसी सूचना है तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
संवाद सहयोगी-संजय मल्होत्रा