जहां से शिक्षा की गंगा बहती है वहीं पर ज्ञान का अभाव दिखा। बीईओ रेणू कुमारी बिना मास्क पहने ही बीआरसी परिसर में 15 अगस्त पर तिरंगा फहराते देखी गईं।
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झंडा फहराते हुए बीईओ , फ़ोटो-pnp |
● जहां शिक्षा की गंगा बहती वहां दिखा ज्ञान का अभाव, बीईओ चर्चाओं से घिरी
रोहतास/ संझौली। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सरकार की गाइड लाइन के अनुसार तिरंगा फहराने के समय सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मास्क पहनना जरूरी बताया गया है।
लेकिन जहां से शिक्षा की गंगा बहती है वहीं पर ज्ञान का अभाव दिखा। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रेणू कुमारी बिना मास्क पहने ही बीआरसी परिसर में तिरंगा फहराते देखी गयी।
हालांकि कई शिक्षकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मैडम को तिरंगा फहराने के समय मास्क पहनने के लिए सलाह दी गई, लेकिन मैडम ने मास्क पहनना उचित नहीं समझा और कोविड-19 से सुरक्षा को ठेंगा दिखाते हुए तिरंगा फहरा दिया।
जबकि प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित कई लोग मास्क पहनकर मैडम के साथ तिरंगा फहराने के लिए शामिल हुए थे। भला ऐसे में कैसे अनुमान लगाया जा सकता है कि ज्ञान की गंगा बहाने वाले लोग विश्व में फैले कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के लिए लोगों को मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने व साबुन से हाथ धोने के लिए जागरूक करते होंगे।
यह चर्चा का विषय हो गया है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रेणू कुमारी बिना मास्क पहने ही बीआरसी परिसर में 15 अगस्त पर तिरंगा को फहरा दिया।