मौर्य रॉयल होटल में पुलिस की द्वेषपूर्ण कार्रवाई की होटल मालिकों ने एकजुट होकर नगर थानाध्यक्ष के छापेमारी की निंदा किया।
इसके माध्यम से बयान जारी करते हुए कहा कि उनके होटल पर इस तरह कारवाईनगर थानाध्यक्ष द्वारा द्वेष भावना में किया गया है। उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूर्व उन्होंने नगर थाना अध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह पर एक कंप्लेन दर्ज किया था, उसी के द्वेष भावना में उन्होंने मेरे होटल को टारगेट किया है।
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पत्रकार वार्ता करते हुए होटल मालिक |
श्री सिंह ने पत्रकारों से कहा कि सुरक्षा कारणों को देखते हुए जब यह रूटीन जांच थी तो सिर्फ मेरे ही दो होटलों में क्यों की गई, जबकि आस-पास दो अन्य होटल भी मौजूद है। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में और भी कई होटल मौजूद है। उनमें इस तरह की कार्रवाई नहीं की गई।
जबकि एसपी ने स्वयं विज्ञप्ति जारी करके यह बताया कि 15 अगस्त को देखते हुए सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी होटलों में छापामारी की गई है, जो सरासर गलत है। उन्होंने यह भी बताया कि एएसपी अरविंद प्रताप ने यह बयान दिया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली की इस होटल में गलत कार्य होते हैं। दोनों के बयान अलग होने से जाहिर होता है कि मेरे होटल के साथ-साथ मेरी प्रतिष्ठा को हनन करने का नगर थानाध्यक्ष की यह चाल थी।
नगर थानाध्यक्ष द्वारा उच्चाधिकारियों को गलत खबर दी गई है। उन्होंने कहा कि जब मेरे होटल में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई तो मेरे होटल कर्मचारियों को रात भर थाने में क्यों रोके रखा गया।
होटल संचालकों ने जताई आपत्ति, कार्रवाई की निंदा
प्रेस वार्ता के दौरान वह मौजूद सासाराम शहर के साथ-साथ डिहरी से आए होटल संचालकों ने भी इस तरह की कार्रवाई को गलत व नजायज ठहराते हुए इसकी निंदा किया। उन लोगों ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से होटल के साथ-साथ होटल मालिकों की प्रतिष्ठा का हनन होता है।
होटल संचालकों ने पुलिस की इस कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त किया है। साथ ही सभी होटल संचालकों ने एक स्वर में होटल संचालकों का एक संघ बनाने कभी प्रस्ताव पेश किया जिसे सभी ने स्वीकारा।
मौके पर गोकुल लॉज, होटल गोपाल, होटल जय डीलक्स, होटल विनायक विहार, होटल गंगा, होटल रानासागर, कांसेप्ट गेस्ट हॉउस, होटल अयोध्या, होटल मंगलम, मयूर होटल, न्यू मौर्य होटल, न्यू मौर्या रॉयल, बुद्धा होटल, होटल श्री गोविंद इंटरनेशनल, जरासंध लॉज सहित जिले के अन्य होटलों के संचालक व मालिक मौजूद थें।