दिनारा के लाल शेखर चौरसिया ने फिर कमाल दिखाते हुए चौथी बार राज्य खेल पुरस्कार हासिल कर अपने माता पिता कोच सहित पूरे प्रखंडवासियों एक फिर गौरवान्वित किया।
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शेखर चौरसिया को सम्मानित करते हुए, फोटो- pnp |
दिनारा (रोहतास)। दिनारा के लाल ने फिर कमाल दिखाते हुए चौथी बार राज्य खेल पुरस्कार हासिल कर अपने माता पिता कोच सहित पूरे प्रखंडवासियों एक फिर गौरवान्वित किया।
हॉकी के जादूगर मेज़र ध्यानचंद के जन्मदिवस 29 अगस्त खेल दिवस पर बिहार राज्य कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार राज्य खेल प्रधिकरण, बिहार सरकार द्वारा पटना के प्रेमचंद रंगशाला में आयोजित बिहार खेल सम्मान 2021-22 में रोहतास जिले के दिनारा प्रखंड के गुनसेज गांव के दीनदयाल चौरसिया के पुत्र बिहार के राष्ट्रीय पैरा एथलिट शेखर चौरसिया को वर्ष 2021 में अब तक राष्ट्रीय स्तर पर 17 वी राष्ट्रीय पैरा गेम्स 1500 मीटर में स्वर्ण पदक, 800 मीटर में सिल्वर मेडल जीतकर पैरा एथलेटिक्स खेल के क्षेत्र में विशिष्ठ उपलब्धि प्राप्त बिहार राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने के उपलक्ष्य में बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, राज्य क़ला संस्कृति एवं खेल मंत्री आलोक रंजन , क़ला संस्कृति एवं युवा विभाग सचिव आईएएस वंदना प्रेयसी, बिहार राज्य खेल प्रधिकरण महानिदेशक दिनेश सिंह बिष्ट, छात्र एवं युव कल्याण विभाग निदेशक डॉ संजय सिन्हा, बिहार पारा स्पोर्टस खेल निदेशक संदीप कुमार सहित कई अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय कोच और खिलाड़ी की उपस्थिति में बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं खेल मंत्री आलोक रंजन ने मोमेंटो, सर्टिफिकेट, बुकलेट देकर लगातार चौथी बार राज्य खेल पुरस्कार और राष्ट्रीय श्रेणी प्रदान किया। इससे पहले वर्ष 2018, 2019, 2020 में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार से शेखर चौरसिया को सम्मानित किया किया जा चुका है। विदित हो कि बिहार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 8 स्वर्ण पदक, 5 सिल्वर 6 ब्रॉन्ज़ जीत चुके शेखर का जीवन बेहद संघर्षपूर्ण रहा है।
वर्ष 2010 में एक ट्रक दुर्घटना में अपनी शारीरिक प्रक्रिया खोने के बाद भी और कोच संदीप कुमार एवं पिता दीनदयाल चौरासिया, माता कमलावती देवी और भाई, बहन के कठिन परिश्रम विश्वास और साथ ने शेखर को आज राष्ट्रीय से अंतराष्ट्रीय पैर एथलेटिक्स प्रतियोगिता के नज़दीक लाकर खड़े कर दिया है।
अत्यंत गरीब परिवार से सम्बन्ध रखने वाले शेखर को ये चौथी बार राज्य खेल पुरस्कार मिलने से जिले, प्रखंड सहित पूरे गांव में खुशी का माहौल है।