किसान पुत्र बना भू-गर्भ वैज्ञानिक, UPSC-2020 की पास की प्रतियोगी परीक्षा

किसान पुत्र बना भू-गर्भ वैज्ञानिक, UPSC-2020 की पास की प्रतियोगी परीक्षा

 UPSC-2020 की प्रतियोगी परीक्षा भू-गर्भ वैज्ञानिक पद पर चयनित शिवम कहते हैं कि सफलता के लिए शॉर्टकट कोई रास्ता नहीं होता है।

परिजन व मित्रों के साथ शिवम, फोटो- pnp

परिजन व मित्रों में खुशी का माहौल, एक दूसरे का कराया मुंह मीठा

डॉ. उदय कुमार राय, चन्दौली/चहनियां। पूर्वी उत्तर प्रदेश पूर्वांचल के चंदौली जनपद में किसान  पुत्र ने कमाल कर दिया, उसकी मेहनत रंग लाई। पहली बार में उसका यूपीएससी-2020 परीक्षा पास कर भू-गर्भ वैज्ञानिक के पद पर चयन हो गया। इस चयन से परिजनों में खुशी का माहौल है। लोग मिठाई खिलाकर एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं।


चन्दौली जनपद में चहनियां ब्लॉक के सुरतापुर गांव निवासी अरविंद मिश्र किसान है, उनका पुत्र शिवम यूपीएससी-2020 की परीक्षा में प्रथम प्रयास में ही पास कर लिया है, उसका जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया विभाग में भू-गर्भ वैज्ञानिक के पद पर चयन हुआ है। शिवम की प्रारंभिक शिक्षा व अन्य उच्च शिक्षा वाराणसी स्थित केंद्रीय विद्यालय में हुई है।


  UPSC-2020 का रिजल्ट आने के बाद जब शिवम गांव सुरतापुर पहुंचा तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा, सभी उसकी मेहनत व विनम्र स्वभाव की तारीफ करते दिखे। बेटे शिवम के जूलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया में प्रथम प्रयास में नौवें स्थान पर चयनित होने पर परिवारीजनों और सगे संबंधी सभी काफी खुश नजर आए। लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया।


भू- गर्भ वैज्ञानिक के पद पर चयनित होने के बाद शिवम कहते हैं कि मेरे आराध्य देव बजरंग बली हैं और पंडित मदन मोहन मालवीय मेरे प्रेरणा स्रोत हैं। वह अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता अरविंद मिश्रा और माता चंद्रावती को देते हैं। उनका कहना है कि मेरी सफलता में गुरुजनों का बहुत बड़ा योगदान है।

 

शिवम बताते हैं कि किसी भी सफलता के लिए शॉर्टकट कोई रास्ता नहीं होता है, इसके लिए एकाग्रचित्त होकर कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, तभी हम सफल हो सकते हैं।