नहीं रहे लोकतंत्र सेनानी, सकलडीहा के धरती पुत्र सेचन सिंह यादव, प्रशासन ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर बलुआ घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

नहीं रहे लोकतंत्र सेनानी, सकलडीहा के धरती पुत्र सेचन सिंह यादव, प्रशासन ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर बलुआ घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

 सकलडीहा के धरती पुत्र सेचन यादव के अंतिम दर्शन के लिए उनके शुभ चिंतक, समर्थक व समाजवादियों के साथ क्षेत्रीय जनता, ग्राम प्रधानों की काफी भीड़ जुट गई।

श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए लोग, फोटो: pnp

सकलडीहा, चन्दौली। लोकतंत्र सेनानी समाजवादी नेता सकलडीहा के धरती पुत्र सेचन सिंह यादव (70 वर्ष) की शनिवार की सुबह 9 बजे के करीब वाराणासी स्थित एक अस्पताल में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार बलुआ घाट पर किया गया। इसके पहले प्रशासन ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी।

धरती पुत्र के अंतिम दर्शन व श्रद्धांजलि को उमड़ी भीड़

वाराणासी के एक अस्पताल में निधन के बाद आज दोपहर में उनका पार्थिव शरीर उनके घर (सकलडीहा कस्बा) पहुंचा। उनके निधन की खबर लगते ही लोग शोक में डूब गए। सकलडीहा के धरती पुत्र सेचन यादव के अंतिम दर्शन के लिए उनके शुभ चिंतक, समर्थक व समाजवादियों के साथ क्षेत्रीय जनता, ग्राम प्रधानों की काफी भीड़ जुट गई। सपा, कांग्रेस सहित अन्य दलों के नेतागण श्रद्धांजलि देने पहुंचे। आज देर शाम बलुआ घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
गार्ड ऑफ ऑनर का सम्मान देता प्रशासन, फोटो-pnp

गार्ड ऑफ ऑनर की दी गई सलामी

सकलडीहा के धरती पुत्र सेचन सिंह यादव के निधन की खबर ज्योहीं प्रशासन को हुआ, उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी देने के लिए प्रशासन के लोग पहुंच गए। धरती पुत्र को विधिवत गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी गई। इस दौरान लोग गमगीन माहौल में हो गये।



सकलडीहा ग्रामवासियों का कहना था कि वे हमारे गांव के धरती पुत्र लोकतंत्र सेनानी, समाजसेवी बराबर हर सुख- दुःख में साथ निभाने वाला इस दुनिया से विदा हो गया। कस्बा के चाहे किसी भी क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को सुनना समझना एवं उनके सुख-दुख में तत्पर रहना उनकी एक अलग ही पहचान थी। जिससे उनके कार्यों से और उनकी ईमानदारी की निष्ठा से शासन एवं प्रशासनिक स्तर के लोग भी उनसे प्रभावित रहते थे।


बचपन से ही लोकतांत्रिक विचारधाराओं के समर्थक व्यक्ति थे सेचन सिंह यादव

फाइल फोटो-सेचन सिंह यादव

सकलडीहा क्षेत्र के धरतीपुत्र कहे जाने वाले सचिन सिंह यादव क्षेत्र के किसी भी गांव, ब्लॉक व जिला से आए लोगों को किसी भी अधिकारी से पीड़ित रूप से ग्रसित लोगों को अपनी ईमानदारी और अपनी निष्ठा पूर्वक हमेशा उनको सहयोग देने में तत्पर रहें। सेचन सिंह यादव बचपन से ही लोकतांत्रिक विचारधाराओं के व्यक्ति रहे हैं, जो कि देश आजाद होने के बाद भी जनता के बीच लोकतांत्रिक विचारधाराओं से उनकी समस्याओं और कार्यों का निर्वहन कर रहे थे। उनकी राजनीतिक गलियारों में भी अच्छी पहचान थी जोकि चंदौली जिले में छोटे लोहिया के रूप में जाने जाते थे समाजवादी पार्टी में वरिष्ठ कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे उनकी ईमानदारी और जनता के प्रति सच्ची भक्ति ही उनकी पहचान थी फिर भी उन्होंने इसकी कमी कभी किसी को महसूस नहीं होने दिया। वह हमेशा दूसरों के हितों एवं उनके विकास के लिए आगे खड़े होकर लड़ते रहे। 


शिवपाल सिंह यादव के काफी करीबियों में होती थी इनकी गिनती



प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के काफी करीबियों में इनकी गिनती होती थी। इनके बुलाने पर शिवपाल सिंह यादव कराह जैसे कार्यक्रम में भी पहुंचे थे। सेचन सिंह यादव सीधे फोन से शिवपाल सिंह यादव से बातचीत करते थे। इन्हें प्रसपा लोहिया के बड़े-बड़े नेता अच्छी तरह से जानते-पहचानते थे। इनके निधन से सभी लोग आहत हैं। समाजवादी पार्टी में इनकी सीधे पकड़ नेताजी मुलायम सिंह यादव के यहां थी। कुछ समय तक ये अमर सिंह के भी संपर्क में रहे। सेचन सिंह यादव अपने व्यवहार से सभी पार्टी के नेताओं के प्रिय रहे। 


बैजनाथ यादव ने कहा, सेचन मेरे बड़े भाई जैसे थे


बैजनाथ यादव अंतिम संस्कार में बलुआ घाट, फोटो-pnp

प्रसपा लोहिया के जिला उपाध्यक्ष बैजनाथ यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सेचन यादव मेरे बड़े भाई जैसे थे। किसी भी कार्यक्रम के लिए उन्हें आमंत्रित किया जाता था। वे भागे भागे नंगे पैर मुग़लसराय पहुंच जाते थे। वे मुलायम सिंह यादव के कट्टर समर्थक थे। सेचन सिंह यादव डॉ राममनोहर लोहिया की प्रेरणा से ओतप्रोत थे।

अंतिम दर्शन यात्रा में शामिल हुए कई दिग्गज


अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़, फोटो- pnp

सकलडीहा के धरती पुत्र के अंतिम दर्शन यात्रा में शामिल होने के लिए सकलडीहा के थाना प्रभारी एवं क्षेत्राधिकारी के साथ-साथ राजनीतिक दल के लोग भी शामिल हुए। उनकी शव यात्रा में पूर्व सांसद रामकिशुन यादव विधायक, हरवंश सिंह, बैजनाथ यादव, सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव, कांग्रेस प्रदेश महासचिव देवेंद्र प्रताप सिंह मुन्ना के साथ डॉक्टर इम्तियाज अहमद नंदन राय, अविनाश राय, पिन्टू यादव, पूतुल यादव, सुरेश यादव, राकेश कुमार, रमेश राम, चंद्रशेखर राय, अरविंद राय, मुरली राय, मनीष राय, सुरेंद्र यादव, गुड्डू राय, दीपांशु यादव, चंदन यादव, जगदीश राय, सुशील राय, श्याम नारायण दरोगा, प्रभु राम, घनश्याम राय, रामा यादव, राकेश राय इत्यादि किसान, मजदूर, शिक्षित समाज से लेकर हर वर्ग के लोग हजारों की संख्या में शामिल हुए।