कोरी गांव में एक ही परिवार के चार लोग डायरिया के चपेट में आ चुके हैं, इनमें एक की मौत हो गई है। मौत के बाद ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।
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सांकेतिक Image |
Highlights:
● मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टूटी नींद, दवा के साथ टीम रवाना
● मृतक का ताराजीवनपुर के एक निजी चिकित्सालय में कराया जा रहा था इलाज
● पंचायती राज विभाग ने अब तक नहीं दिया ग्राम प्रधानों को कोई निर्देश?
सकलडीहा (चन्दौली)। विकास खंड सकलडीहा के कोरी गांव में एक ही परिवार के चार लोग डायरिया के चपेट में आ चुके हैं, इसमें रविवार एक की मौत हो गई। मौत के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
पंचायती राज विभाग ने अब तक नहीं दिया ग्राम प्रधानों को कोई निर्देश?
बताया जाता है कि जगह-जगह गांवों में डायरिया पांव पसारता जा रहा है। मगर अभी तक पंचायत विभाग की तरफ से ग्राम प्रधानों को डीडीटी पावडर छिड़कने के निर्देश तक नहीं दिए गए हैं। ग्राम प्रधानों को यह भी पता नहीं है कि उन्हें इसके लिए कितनी राशि तक खर्च करनी है। जबकि विभाग के लोगों ने बताया कि बरसात की शुरुआत में ही डायरिया व डेंगू मच्छर से बचाव के निर्देश दिए जा चुके हैं।
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सांकेतिक फोटो |
मृतक का ताराजीवनपुर के एक निजी चिकित्सालय में कराया जा रहा था इलाज
बता दें कि इन दिनों मच्छरों के प्रकोप व गंदगी के अंबार से डेंगू बुखार का भय लोगों को सता ही रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में डायरिया भी पांव पसारना शुरू कर दिया है।
लगभग तीन दिनों से कोरी गांव के दलित बस्ती के एक ही परिवार के गुड्डू राम 30 वर्ष, सुनील 32 वर्ष, धन्नो देवी 27 वर्ष, अर्जुनी 11 वर्ष सहित चार लोगों को डायरिया होने पर ताराजीवनपुर के एक निजी चिकित्सालय में इलाज कराया जा रहा है।
इसी दौरान गुड्डू 30 वर्ष की रविवार को मौत हो गई। जिससे परिवार के अन्य सदस्य भी दहशत में आ गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव व साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई।
मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टूटी नींद, टीम रवाना
इस संबंध में पूछे जाने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सकलडीहा के प्रभारी डॉक्टर एसके यादव ने बताया कि सूचना मिलने पर आशा के माध्यम से स्वास्थ्य कर्मियों की टीम बनाकर गांव में भेज दिया गया है। गांव में ब्लीचिंग पाउडर व क्लोरिन टेबलेट का वितरण कराया जाएगा।
वहीं इससे ग्रसित लोगों को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा कर इलाज कराया जाएगा। गुड्डू के मौत की भी जांच कराई जाएगी कि डायरिया से हुई है या किसी अन्य बीमारी से हुई है।