बिहार सरकार के पंचायत चुनाव का प्रबंधन व्यवस्था ने देशभर में इस कदर लोकप्रियता हासिल किया कि कई राज्यों की सरकारी टीमें यहां पहुंच रही हैं।
बिहार सीएम नीतीश कुमार, फोटो-pnp |
हाल ही में बिहार पंचायत चुनाव-2021 की तैयारियों के मॉडल को देखने के लिए दिल्ली और चंडीगढ़ की टीमें दस्तक दे चूंकि हैं। इससे पहले गुजरात और ओडिशा से भी राज्य निर्वाचन आयोग की टीम पंचायत चुनाव में इस्तेमाल की जा रही तकनीकी की जानकारी लेकर को वापस लौटी गयी थीं।
इस बार पंचायत चुनाव में बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने कई ऐसी तकनीकों का इस्तेमाल किया है जिसने अन्य दूसरे कई राज्यों को हैरान कर दिया।
बिहार में पंचायत चुनाव के लिए पहली बार ओसीआर मशीन का प्रयोग किया जा रहा है, इसके आलावा मतदाताओं की पहचान के लिए बायोमेट्रिक मशीन और मतदान के समय लाइव वेबकास्टिंग व्यवस्था शामिल हैं।
ऐसी तकनीकी का इस्तेमाल बाकि दूसरे राज्यों के निर्वाचन आयोग की टीमों को सबसे अधिक पसंद आया है। जिसकी वजह से राज्यों की टीमों को बिहार आना पड़ा है।
बिहार पंचायत चुनाव में पहली ओसीआर मशीनों का प्रयोग किया गया है जिनके जरिये मतगणना के समय किस ईवीएम से कितना वोट किसे मिला है इसकी लाइव जानकारी मिल सकती है। यही सबसे बड़ी खूबी बताई जाती है।