पंचायत चुनाव : बदलाव की आंधी में पूर्व मंत्री की भवह समेत कई दिग्गज हारे

पंचायत चुनाव : बदलाव की आंधी में पूर्व मंत्री की भवह समेत कई दिग्गज हारे

 बदलाव की आंधी ने चौसा को भी नहीं छोड़ा। नौ पंचायतों के प्रखंड में आठ पर इस बार जनता ने नए चेहरों पर भरोसा जताया।

●  प्रखंड के नौ में से आठ पंचायतों में नए पर जनता ने भरोसा जताया, एक निवर्तमान ने बचााई लाज


●   चौसा के नगर पंचायत बनने से चुन्नी एवं बनारपुर पंचायत में चुनाव नहीं लड़ पाए थे निवर्तमान मुखिया, दोनों जगह नए चेहरे


 बक्सर, बिहार। जिले के विभिन्न प्रखंडों में चल रही बदलाव की आंधी ने चौसा को भी नहीं छोड़ा। नौ पंचायतों के प्रखंड में आठ पर इस बार जनता ने नए चेहरों पर भरोसा जताया। 

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बदलाव की सूनामी का असर इस कदर रहा कि राजद सरकार में मंत्री रहे राजपुर के पूर्व विधायक छेदीलाल राम की भवह भी अपना किला नहीं बचा पाईं। पलिया पंचायत से तीन बार लगातार मुखिया रहीं पूर्व मंत्री की भवह उषा देवी को हेमा देवी ने करारी शिकस्त दी।

काम किया है काम करेंगे, रामपुर कलां का नाम करेंगें, दोबारा निर्वाचित मुखिया अरविंद प्रसाद गुप्ता, फोटो-pnp

चौसा प्रखंड के अंतिम छोर पर स्थित केवल एक पंचायत रामपुर कला में निवर्तमान मुखिया अपनी लाज बचाने में सफल हुए। यहां से अरविंद प्रसाद गुप्ता लगातार दूसरी बार जनता का विश्वास जीतने में सफल रहे।


चौसा के नगर पंचायत बनने से चुन्नी एवं बनारपुर पंचायत में चुनाव लड़ रहे सभी चेहरे नए थे। निवर्तमान मुखिया का क्षेत्र चौसा नगर पंचायत में चले जाने के कारण चुन्नी के निवर्तमान मुखिया लड़ाई से बाहर हो गए तो बनारपुर की मुखिया को आरक्षण ने बाहर का रास्ता दिखा दिया।

 इस तरह 9 पंचायतों के प्रखंड में आठ नए चेहरों पर जनता ने भरोसा जताया और उन्हें पंचायत का सिरमौर पद सौंपा। अब इन नए चेहरों को जनता के इस भरोसे पर खरा उतरना पड़ेगा।

सरेंजा में चला सुरेश उर्फ लंगा यादव का सिक्का, निवर्तमान पिंटू राय हारे

प्रखंड की चर्चित सीट सरेंजा में वोटरों सुरेश यादव उर्फ लंगा यादव की पत्नी सुखराजी देवी के समर्थन में अपना फैसला सुनाया। लंगा यादव निवर्तमान मुखिया रमेश राय उर्फ पिंटू राय के पिता रंजीत राय की हत्या के मामले में जेल में हैं। पिछली बार रमेश राय ने सुखराजी देवी को हरा कर चुनाव जीता था। पांच सालों में वे जनता का विश्वास बनाए रखने में सफल नहीं रहे और इस बार उन्हें बुरी तरह से पराजित होना पड़ा।

मतगणना केंद्र पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम

बाजार समिति स्थित मतगणना केंद्र पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। अंबेडकर चौक से लेकर बाजार समिति तक सुरक्षा के तीन लेयर बनाए गए थे। अंबेडकर चौक से ही भीड़ को रोका जा रहा था। 

वहीं, बाजार समिति के गेट पर अधिकृत पत्र की जांच की जा रही थी। काउंटिंग समय से प्रारंभ हुई। इस बार काउंटिंग की आनलाइन व्यवस्था की गई थी, जिसमें मतों की गिनती का मुख्यालय लाइव टेलीकास्ट किया जा रहा था। नेटवर्क प्राब्लम के कारण कभी-कभी इसमें दिक्कत आ रही थी और गतगणना में व्यवधान पड़ रहा था। 

मतगणना स्थल पर सुरक्षा का जायजा लेने डीएम अमन समीर भी पहुंचे। वहीं, अनुमंडलाधिकारी धीरेन्द्र मिश्रा मतगणना समाप्त होने तक प्रशासनिक व्यवस्था और सुरक्षा की कमान संभाले रहे।


मुखिया के लिए पंचायतवार किसको कितना मिला मत ?


1. बनारपुर पंचायत


विजेता - ममता देवी 934

निकटतम- शांति देवी 608

मतों का अंतर- 326

(निवर्तमान चुनावी मैदान से बाहर थे।)


2. सिकरौल पंचायत


विजेता : विनोद नट 1627

निकटतम : शहाबु नट 1380(निवर्तमान)

मतों का अंतर : 247


3. जलीलपुर पंचायत


विजेता : उमरावती देवी 1601

निकटतम : सविता देवी : 1221

मतों का अंतर : 380

निवर्तमान जाहिदा बीबी - 1171


4. डिहरी पंचायत


विजेता - शमीम अंसारी उर्फ कल्लू 2618

निकटतम : रामशंकर सिंह -1703(निवर्तमान)

मतों का अंतर - 915


5. रामपुर कला पंचायत


विजेता - अरविंद प्रसाद गुप्ता - 1593(निवर्तमान)

निकटतम - संपत राजभर - 1132

मतों का अंतर - 461


6. पलिया पंचायत


विजेता : हेमा देवी - 2585

निकटतम- उषा देवी - 1027(निवर्तमान)

मतों का अंतर - 1558


7. सरेंजा पंचायत


विजेता - सुखराजी देवी 2770

निकटतम - रमेश राय उर्फ पिंटू - 1759 (निवर्तमान)

मतों का अंतर -1021


8. चुन्नी पंचायत


विजेता - जयप्रकाश राय 1374

निकटतम - कंचन देवी 605

मतों का अंतर - 769,


9. पवनी पंचायत


विजेता - पूनम ओझा - 1697

निकटतम - सुशीला देवी - 1422

मतों का अंतर - 275

निवर्तमान गिरिजा देवी - 1392