डाई खाद की कमियों की वजह से जिला के किसान परेशान हैं। जहां धान की कटाई प्रारंभ है वहीं गेहूं की बुवाई भी शुरू हो गई है।
खाद के लिए उमड़ी भीड़, फोटो-pnp |
कैमूर। डाई खाद की कमियों की वजह से जिला के किसान परेशान हैं। जहां धान की कटाई प्रारंभ है वहीं गेहूं की बुवाई भी शुरू हो गई है
जिसमें जिला के सभी किसानों को गेहूं बुवाई हेतु डाई खाद की आवश्यकता है, पर सरकार द्वारा किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे किसान असंतुष्ट है।
जिले में लाइसेंसी दुकानें चैनपुर, रामगढ़, मोहनियाँ, कुदरा, नुआंव,सहित अन्य जगहों पर हाथापाई के साथ ही मारपीट तक को उतारू हो चुके हैं । मगर खाद की थोड़ा मोड़ा खेप आ भी रहा है, तो किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा है। जिससे कि आए दिन बिस्कोमान व अन्य लाइसेंसी दुकानों पर मारपीट देखने को मिल रहा है। सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है, जिससे भविष्य में किसी से अनहोनी से बचा जा सके।
जिला के किसानों द्वारा कृषि विभाग के पदाधिकारियों पर भी आरोप-प्रत्यारोप मढा़ जा रहा है। किसानों का आरोप है कि खाद का खेप सरकार के द्वारा कम भेजा जा रहा है। पर कही न कही पदाधिकारियों की भी मिलीभगत है जिसके वजह से खाद का कालाबाजारी जोरों पर प्रारंभ है। कहीं न कहीं पदाधिकारी भी इसमें सम्मिलित हैं।
इस संबंध में जब जिला कृषि पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने आरोप को निराधार बताया। साथ ही बताया कि इस बार 1100 मिट्रिक टन डाई खाद का खेप आया था जो कि किसानों में वितरित किया जा रहा है।
खाद की मात्रा कम होने व किसानों की मात्रा अधिक होने की वजह से सभी किसानों तक खाद नहीं पहुंच पा रहा है। आगे हम प्रयासरत हैं के अधिक से अधिक मात्रा में खाद उपलब्ध हो। जब उनसे पूछा गया के खाद कब तक आ जाएगा तो उनके द्वारा बताया गया कि अगले सप्ताह तक खाद आने की संभावना है।