जब प्रधानमंत्री ने 19 नवम्बर 2021 को कृषि कानून बिल वापसी की घोषणा की उसके बाद 15 दिसम्बर 2021 को किसान अपने-अपने घर लौटने लगे। एक साल बाद किसान योद्धा के घर वापसी पर भव्य स्वागत हुआ|
विजय यात्रा: घर वापसी पर भव्य स्वागत, फोटो-pnp |
सकलडीहा, चंदौली| किसान आंदोलन से एक साल बाद किसान योद्धा के घर वापसी भव्य स्वागत हुआ| कुछ किसानों ने प्रतिज्ञा ली थी कि "जब तक बिल वापसी नहीं, तब तक घर वापसी नहीं"। 26 नवम्बर " 2020 से कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के बार्डरों पर धरना चल रहा था| जब प्रधानमंत्री ने 19 नवम्बर"2021 को कृषि कानून बिल वापसी की घोषणा की उसके बाद 15 दिसम्बर "2021 को किसान अपने-अपने घर लौटने लगे. किसान आंदोलन से एक साल बाद किसान योधाओं के घर वापसी पर जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया| .
उसी क्रम में ग्राम धरहरा,चंदौली जिले के मणि देव चतुर्वेदी ने भी प्रतिज्ञा ली थी। उनको अहम जिम्मेदारी, सुरक्षा की,सुरक्षा अधिकारी में गाजीपुर बॉर्डर पर दी गयी। उन्होंने इससे पहले सीमा सुरक्षा बल में 31 साल देश की सेवा कर चुके है। मार्च 2019 में उन्होंने रिटायर लिया था। जिन्होंने लगातर 12 महीने, बिना रुके, बिना थके अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। और उस आंदोलन के "साईलेंट_हीरो" बनकर उभरे, और प्रदेश के साथ-साथ जिले का नाम रोशन किया।
मणि देव चतुर्वेदी जी को घर छोड़ने गाजीपुर बॉर्डर की टीम आई और इसके तहत वाराणसी बीएचयू गेट पर मालवीय जी के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया | यह किसान विजय यात्रा बीएचयू से प्रधानमंत्री कार्यालय से गुजरते हुए मुगलसराय, चंदौली, सकलडीहा से होते हुए उनके गांव धरहरा पोखरे पर पहुंचकर सम्प्पन हुई।
गाजीपुर बॉर्डर से आई हुई टीम क्रमशः हाकम सिंह, तलविंदर सिंह,बलविंदर सिंह,वेटरन्स असोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी मिश्रा,प्रवक्ता हरविंदर सिंह,बालकिशुन यादव, अखिल भारतीय किसान सभा के भीम लाल, जनवादी किसान सभा के रूवाब अली को ग्राम प्रधान अमित सिंह ने स्मृति देकर सम्मानित कर पूरी टीम को धन्यवाद दिया।
गांव के गणमान्य व्यक्ति डॉक्टर राम मनोहर तिवारी, रामकेवल पांडेय, पतरु पांडेय, शैलेन्द्र पांडेय, रिंकू पांडेय,अनिल सिंह,विश्वनाथ राम, सुनील कुमार कन्नौजिया, विक्की पांडेय, संदीप पांडेय, दिलीप पांडेय,माधव पांडेय, मोहन चौहान कमल शर्मा,आजीविका स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष राजेश्वरी चतुर्वेदी उपस्थित रही। सभा का संचालन जवान सम्मान समिति के प्रवक्ता अमरनाथ राय ने किया।
सकलडीहा, चंदौली किसान आंदोलन से एक साल बाद किसान योद्धा के घर वापसी भव्य स्वागत हुआ. कुछ किसानों ने प्रतिज्ञा ली थी कि "जब तक बिल वापसी नहीं, तब तक घर वापसी नहीं"। 26 नवम्बर " 2020 से कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के बार्डरों पर धरना चल रहा था, तब से वहीं थे. जब प्रधानमंत्री ने 19 नवम्बर"2021 को कृषि कानून बिल वापसी की घोषणा की उसके बाद 15 दिसम्बर "2021 को किसान अपने-अपने घर लौटने लगे. किसान आंदोलन से एक साल बाद किसान योद्धा के घर वापसी भव्य स्वागत हुआ.
उसी क्रम में ग्राम धरह
रा, चंदौली जिले के मणि देव चतुर्वेदी ने भी प्रतिज्ञा ली थी। उनको अहम जिम्मेदारी, सुरक्षा की,सुरक्षा अधिकारी में गाजीपुर बॉर्डर पर दी गयी। उन्होंने इससे पहले सीमा सुरक्षा बल में 31 साल देश की सेवा कर चुके है। मार्च 2019 में उन्होंने रिटायर लिया था। जिन्होंने लगातर 12 महीने, बिना रुके, बिना थके अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। और उस आंदोलन के "साईलेंट_हीरो" बनकर उभरे, और प्रदेश के साथ-साथ जिले का नाम रोशन किया।
मणि देव चतुर्वेदी जी को घर छोड़ने गाजीपुर बॉर्डर की टीम आई और इसके तहत वाराणसी बी एच यू गेट पर मालवीय जी के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर, एक #किसानविजययात्रा बी एच यू से प्रधानमंत्री कार्यालय से मुगलसराय, चंदौली, सकलडीहा से होते हुए उनके गांव धरहरा पोखरे पर पहुंचकर सम्प्पन हुई।
गजीपुर बॉर्डर से आई हुई टीम क्रमशः हाकम सिंह, तलविंदर सिंह,बलविंदर सिंह,वेटरन्स असोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी मिश्रा,प्रवक्ता हरविंदर सिंह,बालकिशुन यादव, अखिल भारतीय किसान सभा के भीम लाल, जनवादी किसान सभा के रूवाब अली को ग्राम प्रधान अमित सिंह ने स्मृति देकर सम्मानित कर पूरी टीम को धन्यवाद दिया।
गांव के गणमान्य ब्यक्ति डॉक्टर राम मनोहर तिवारी, रामकेवल पांडेय, पतरु पांडेय,शैलेन्द्र पांडेय, रिंकू पांडेय,अनिल सिंह,विश्वनाथ राम,सुनील कुमार कन्नौजिया, विक्की पांडेय,संदीप पांडेय,दिलीप पांडेय,माधव पांडेय,मोहन चौहान कमल शर्मा,आजीविका स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष राजेश्वरी चतुर्वेदी उपस्थित रही। सभा का संचालन जवान सम्मान समिति के प्रवक्ता अमरनाथ राय ने किय
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