बैठक में उप विकास आयुक्त बक्सर डा. योगेश कुमार सागर के द्वारा बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड अंतर्गत आवेदन पत्रों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
डीडीसी का किया गया स्वागत, फोटो-pnp |
● डीआरसीसी की योजनाओं को लेकर डीडीसी ने की समीक्षा, दिए कई निर्देश
बक्सर। जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) अंतर्गत संचालित तीन योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की गई।
बैठक में उप विकास आयुक्त बक्सर डा. योगेश कुमार सागर के द्वारा बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड अंतर्गत आवेदन पत्रों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
डीआरसीसी प्रबंधक एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (योजना एवं लेखा) शिक्षा विभाग-सह-नोडल पदाधिकारी बीएससीसी को निर्देश दिया कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लंबित सभी आवेदनों का समय से निष्पादन किया जाए।
उन्होंने सभी योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर बल देते हुए कहा कि योजनाओं की जानकारी को उपलब्ध कराई जाए।
उन्होंने इसके लिए काउंसलिंग करने का निर्देश दिया।
डीडीसी डा. सागर ने जिला योजना पदाधिकारी को मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता के अंतर्गत आवेदनों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए। साथ ही कहा कि कुशल युवा प्रोग्राम अंतर्गत जिला नियोजन पदाधिकरियों को आवेदनों की संख्या बढ़ाने के साथ ही केवाईपी सेंटरों का नियमित निरीक्षण करने को कहा।
उल्लेखनीय हो कि डीआरसीसी अंतर्गत तीन योजनाओं का संचालन होता है। जिसमें बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के आवेदकों को पढ़ने के लिए चार लाख रुपये तक का ऋण दिया जाता है।
वहीं मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता अंतर्गत ऐसे आवेदक जो 12 वीं की बाद पढ़ाई नहीं कर रहे हैं और वे बेरोजगार हैं तथा उनकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है, उन्हें 2 साल तक प्रत्येक माह एक हज़ार रुपये स्वयं सहायता भत्ता दिया जाता है। साथ ही उन्हें तीन माह की केवाइपी ट्रेनिंग भी दी जाती है। कुशल युवा कार्यक्रम के तहत उन्हें कंप्यूटर स्किल और कम्युनिकेशन स्किल का ज्ञान दिया जाता है।
उप विकास आयुक्त डॉ सागर ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत चौसा के एमसी कालेज में स्नातक की छात्रा निधि कुमारी को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिया गया। साथ ही चार अन्य विद्यार्थियों में भी बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड बांटा गया।
बैठक में जिला नियोजन पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, डीआरसीसी के प्रबंधक तथा सभी सहायक प्रबंधक डीआरसीसी तथा डीएसएम उपस्थित थे।