नेशनल हाईवे से मात्र 900 मीटर सड़क नहीं बनाने से ग्रामीण होते हैं दुर्घटना का शिकार

नेशनल हाईवे से मात्र 900 मीटर सड़क नहीं बनाने से ग्रामीण होते हैं दुर्घटना का शिकार

 नेशनल हाईवे से मात्र 900 मीटर सड़क नहीं बनाने से ग्रामीण दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं इससे मुख्य मार्ग तक पहुंचने की दूरी घट जाएगी 

खराब  पड़ी सड़क , फोटो PNP

रिपोर्ट-विनोद कुमार राम 

कैमूर, भभुआ। हाईवे मात्र 900 मीटर दूर ग्रामीण सड़क आज तक नहीं बन पायी। इसके चलते सैकड़ों गांवो का मुख्य मार्ग से दूरी बना हुआ है। इस मार्ग से वाराणसी, मुगलसराय, मोहनिया, पुसौली, कुदरा, सासाराम, डेहरी, गया तक लोग दवा एवं बाजार नियमित करते हैं।

बताया जाता है कि मोहनिया विधानसभा के तत्कालीन विधायक सुरेश पासी के द्वारा सत्र 2004 में ईटीकरण का निर्माण कराया गया था। मात्र 900 मीटर सड़क बनने से मोहनिया प्रखंड के ग्राम पंचायत अमेठ एवं भभुआ प्रखंड के ग्राम पंचायत कैथी को जोड़ने का कार्य हो जाता है। 

ग्रामीणों ने बताया कि पुल का निर्माण हो चुका है, मात्र 900 मीटर सड़क नहीं बनने के कारण दो पहिया, चार पहिया प्रतिदिन घटनाओं को दुर्घटना का शिकार जाते हैं | 

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सोनहन भया पुसौली, पुसौली से बारे रामपुर, बिशनपुरा, बगईचा,पट्टी नाटी, कैथी, पंची, रामपुर मुख्य मार्ग भभुआ मोहनिया पथ को जोड़ने का कार्य करता है। 

सरकारी उपेक्षा का शिकार, फोटो-PNP

ग्रामीणों का कहना है कि सांसद, विधायक, पंचायत प्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन को कई बार लिखित एवं मौखिक शिकायत करने के बावजूद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं करने के कारण जनता में आक्रोश व्याप्त है। समाजिक कार्यकर्ता कामेश्वर पति का स्पष्ट कहना है कि रामपुर नदी पर पुल बनाने से सैकड़ों गांवों को मुख्य मार्ग से जोड़ दिया गया है, मात्र 900 मीटर तक सड़क नहीं बनने के कारण कई लोग बेवजह घटना दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं जबकि जिला प्रशासन को घायल या मृतक परिजनों को आर्थिक मुआवजा आश्रित परिवार को देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि नागरिकों की सुरक्षा करे।