महुआरी पंचायत के वार्ड सदस्यों द्वारा उप मुखिया के चुनाव में प्रखंड विकास पदाधिकारी पर मिलीभगत कर लोकतंत्र की हनन का आरोप लगाया है|
● उप मुखिया के चयन में गड़बड़ी की शिकायत आला अफसरों से की गई, फिर भी नतीजा सिफर
कैमूर, भभुआ। महुआरी पंचायत के वार्ड सदस्यों द्वारा उप मुखिया के चुनाव में प्रखंड विकास पदाधिकारी पर मिलीभगत कर लोकतंत्र की हनन का आरोप लगा है।
बताते चलें कि प्रखंड में पंचायती चुनाव के नतीजे आने के बाद वार्ड सदस्यों द्वारा विगत 29 दिसंबर को अपने पद की शपथ ग्रहण किया गया। उप मुखिया का चुनाव हुआ, जिसमें पंचायत के दो वार्ड सदस्य उषा देवी एवं कुंती देवी द्वारा उप मुखिया पद के लिए अपनी अपने दावेदारी पेश की गई।
अधिकारी को भेजा गया पत्र, फोटो-PNP |
महुआरी पंचायत अंतर्गत कुल 14 वार्डों की संख्या है, जिसमें की कुंती देवी 5 मत पाकर उप मुखिया पद के लिए विजयी हुई। लेकिन आरोप लगते हुए उषा देवी के समर्थकों का कहना है कि हम 8 लोग एक साथ थे, पर जानबूझकर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने 3 वोट भोकस बता कर भ्रमित किया गया। जबकि हम 7 वार्ड सदस्य प्रत्यक्ष रूप से यह कह रहे हैं कि हमने उषा देवी को ही वोट दिए हैं।
उप मुखिया पद की दावेदार उषा देवी के साथ ही 7 वार्ड सदस्यों ने जिला पदाधिकारी कैमूर को लिखित आवेदन देते हुए पंचायत के वार्ड सदस्य शैलेंद्र पासवान, रविंद्र चंद्रवंशी, विनोद कुमार, जानकी देवी, नागेंद्र चंद्रवंशी, शैल कुमारी देवी, लाला पासवान, एवं उप मुखिया पद की दावेदार उषा देवी द्वारा लोकतंत्र की रक्षा हेतु गुहार लगाया गया है। जिसका की जांच जिला पदाधिकारी द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी को ही सौंपा। आवेदकों का कहना है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी ने मिलीभगत किए हैं इसीलिए जानबूझकर जिला पदाधिकारी को रिपोर्टर नहीं भेज रहे हैं।
जब इस संदर्भ में प्रखंड विकास पदाधिकारी भभुआँ से वार्ता की गई तो उन्होंने आरोप को निराधार बताया। फिर भी यह आरोप बहुत ही गंभीर विषय का है और इस पर लोकतंत्र के रक्षकों को को ध्यान देने की जरूरत है।