मुख्य सचिव के निर्देश के आलोक में डीएम ने मातहतों को दिए कड़ाई से पालन करने का आदेश

मुख्य सचिव के निर्देश के आलोक में डीएम ने मातहतों को दिए कड़ाई से पालन करने का आदेश

सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को त्वरित एवं प्रभावी ढंग से लागू करने, इनके सतत अनुश्रवण एवं राज्य में न्याय के साथ विकास को सुनिश्चित करने तथा प्रशासन को और अधिक संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से कतिपय निर्देश प्राप्त है।

डीएम अमन समीर बैठक में, फोटो-pnp
बक्सर। सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को त्वरित एवं प्रभावी ढंग से लागू करने, इनके सतत अनुश्रवण एवं राज्य में न्याय के साथ विकास को सुनिश्चित करने तथा प्रशासन को और अधिक संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से कतिपय निदेश प्राप्त है।

 इस आलोक में जिला पदाधिकारी बक्सर अमन समीर के द्वारा निम्नांकित निदेश जारी किया गया है :-


1- सभी जिला स्तरीय, अनुमण्डल स्तरीय, प्रखण्ड स्तरीय, अंचल स्तरीय पदाधिकारी को निदेश दिया जाता है कि प्रत्येक सोमवार, मंगलवार एवं शुक्रवार को यथासंभव मुख्यालय में उपस्थित रहकर कार्य करना सुनिश्चित करेंगे। शुक्रवार को पदाधिकारियों के द्वारा आम लोगों से मिलने का समय रखा जायेगा।

2- जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा निर्देश दिया गया कि शुक्रवार को जिला, अनुमंडल, प्रखण्ड एवं अंचल स्तर तक के सभी पदाधिकारीगण आम लोगों से साक्षात्कार हेतु कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। बुधवार एवं वृहस्पतिवार को सभी पदाधिकारी क्षेत्र भ्रमण पर रहना सुनिश्चित करेंगे।

3- सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी इस अवधि में यह सुनिश्चित करेंगे कि अधीनस्थ पदाधिकारीगण उपरोक्त निदेशो का अक्षरशः पालन कर रहे है। अधीनस्थ पदाधिकारियों को टूर डायरी की भी इस अवधि में सघन मॉनिटरिंग की जाएगी।

4- जिला, अनुमंडल, प्रखण्ड एवं अंचल स्तर के वरीय प्रशासनिक पदाधिकारीगण कार्यालय अवधि में अपने चिन्हित कार्यालय प्रकोष्ठ में रहकर ही कार्य करेंगे। कार्य अवधि में आवासीय कार्यालय में कार्य निष्पादन वर्जित रहेगा।


महत्वपूर्ण स्टेक होल्डर्स के साथ नियमित बैठक की जानी है :-
उच्च विद्यालयों/महाविद्यालयों के प्राचार्य तथा छात्र संघों के प्रतिनिधि
खेल संघों, खिलाडियों और सांस्कृतिक गतिविधियाँ से जुडे हुए लोग
नगर निकाय, पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधि
विकास मित्र
चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं उद्योग संघ के पदाधिकारीगण
किसानों के समूह
जिलों में चल रही सड़क, पुल, रेलवे लाइन, बिजली घर निर्माण से जुड़ी हुई एजेन्सियों के प्रतिनिधि, स्थानीय प्रोजेक्ट मैनेजर आदि।
चिकित्सकों के संघ, समूह आदि।
सभी संबंधित शाखा प्रभारी समाहरणालय बक्सर को निर्देश दिया जाता है कि विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, बक्सर से समन्वय स्थापित करते हुए ऊपर वर्णित स्टेक होल्डर्स के साथ नियमित रूप से बैठक आयोजित करना सुनिश्चित करेंगे।

प्रशासनिक पदाधिकारियों के द्वारा जिस पंचायत का भ्रमण किया जायेगा उस पंचायत के निम्नलिखित सहित विविध योजनाओं/कार्यक्रमों का स्थल निरीक्षण किया जायेगा :-

(क) सात निश्चय-1 की योजनाएँ यथा, जिला निबंधन-सह-परामर्श केन्द्र की गतिविधियाँ, कुशल युवा कार्यक्रम के तहत संचालित कौशल प्रशिक्षण केन्द्र हर घर नल का जल के तहत क्रियान्वित ग्रामीण एवं शहरी पेय जल योजनाएँ, घर तक पक्की गली नाली की योजनाएँ, निर्मित/निर्माणधीन अभियंत्रण महाविद्यालय, चिकत्सा महाविद्यालय, पॉलीटेक्निक संस्थान, जी0एन0एम0, ए0एन0एम0, नर्सिंग, आई0टी0आई0 संस्थान आदि।

(ख) सात निश्चय-2 की योजनाएँ यथा, निर्मित/निर्माणधीन Centres of Excellence, Mega Skill Centres, Tool's Rooms, उद्यमिता विकास हेतु अनुदानित/प्रोत्साहित उद्यम/व्यवसाय, हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने की योजनाएँ, ग्रामीण क्षेत्रों में अधिष्ठापित सोलर स्ट्रीट लाईट योजनाएँ, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की योजनाएँ, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन आदि की योजनाएँ, पशु अस्पताल एवं मोबाइल यूनिटस आदि।
(ग) जल-जीवन-हरियाली के तहत विभिन्न अवयवों के अंतर्गत जीर्णोद्धार तथा नवनिर्मित जल संचयन संरचना यथा तालाबों, पोखरों, आहरों, पईनों का निरीक्षण किया जायेगा, साथ ही नये जल संचयन की सरंचनाएँ यथा कुआँ, चापाकलों, नलकूपों के किनारे सोख्ता एवं चैकडैम, भवनों में छतवर्षा जल संचयन जैसी जल संरचनाओं, कृषि विभाग द्वारा जैविक खेती एवं टपकन सिंचाई संबंधित परियोजना एवं सौर उर्जा से संबंधित योजना का भी निरीक्षण किया जायेगा।
(घ) उच्चतर माध्यमिक, माध्यमिक, प्राथमिक विद्यालय।
(ड़) सरकार आवासीय विद्यालय, छात्रावास।
(च) आँगनबाड़ी केन्द्र।
(छ) स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा केन्द्र एंव विभिन्न स्तर के अस्पताल।
(ज) लक्षित जन वितरण प्रणाली दुकानें।
(झ) धान/गेहूँ/दलहन अधिप्राप्ति केन्द्र।
(ञ) ग्रामीण सड़कों का निर्माण एवं अनुरक्षण।
(ट) मनरेगा/आवास योजनाएँ।
(ठ) पंचायत सरकार भवन, आदि।

सभी निरीक्षी पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षणोपरान्त प्रतिवेदन उसी दिन प्राप्त कराया जायेगा। संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारी प्राप्त निरीक्षण प्रतिवेदन के आलोक में अग्रेतर कार्रवाई हेतु संचिका उपस्थापित करेंगे। सभी संबंधित पदाधिकारियों को निदेशित किया जाता है कि उपरोक्त दिये गये निदेश का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।
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