राज हमारा और अवैध काम तुम भी करोगें यह नहीं चलेगा, यहीं से शुरू हुई मनराजपुर की घटना की कहानी !
● मनराजपुर की घटना पर आईपीएफ ने सीधे 302 का मुकदमा पुलिस पर दर्ज कर, न्यायिक जांच करने की उठाई मांग
चंदौली। राज हमारा और अवैध काम तुम भी करोगें यह नहीं चलेगा, यहीं से शुरू होती हैं ककरही (मनराजपुर) की घटना की शुरुआत ! यह सभी जानते हैं और सभी की जुबान से यह बात निकल कर आ रहीं हैं कि मनराजपुर की घटना एकाएक नहीं घटी हैं!
लम्बे समय से बड़े सत्ताधारी बालू माफियाओं के इशारे पर उनसे अलग हटकर अवैध बालू का कारोबार करने वाले पर अंकुश लगाने की कोशिश पुलिस द्वारा किया जा रहा था। मनराजपुर की घटना पर आईपीएफ ने सीधे 302 का मुकदमा पुलिस पर दर्ज कर, न्यायिक जांच करने की मांग उठाई है। यह मांग आज आईपीएफ राज्य कमिटी सदस्य अजय राय ने की है
आईपीएफ नेता ने चंदौली पुलिस को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा कई धारा लगाकर अवैध बालू का कारोबार रोकने के नाम पर कन्हैया यादव पर कारवाई कर रही थी। लेकिन, जो चर्चा में हैं या कई पार्टी के बयान में भी आ रहीं हैं और कन्हैया यादव की छोटी लड़की जो बयान कर रहीं हैं कि हमारी बड़ी बहन की कुछ दिन बाद शादी थी। तब पुलिस ने इतनी तेजी क्यों दिखाई कि बड़ी बहन को मारना पड़ा ( पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अभी मौत का कारण अस्पष्ट हैं, बिसरा की जांच होगी लेकिन छोटी बहन के बयान और कन्हैया यादव के तहरीर के अनुसार)।
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पुलिस के अनुसार कन्हैया यादव के भाई को पुलिस गिरफ्तार करतीं हैं और 151 के तहत जेल भेजती हैं वही पुलिस कागज में दर्शातें हुए एक जत्था के साथ कन्हैया यादव के घर पर पुलिस छापेमारी करतीं हैं। जबकि पुलिस को जानकारी में थी कि कन्हैया यादव घर में नहीं हैं क्योंकि उसके भाई को पहले से ही कस्टडी में ले रखा था! तो इतनी तेजी बालू की अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने को लेकर था या बड़े बालू माफियाओं के इशारे पर था यह भी जांच का विषय हैं!
मनराजपुर में पुलिस ज्यादती की जितनी निंदा किया जाए कम हैं वहीं परिवार को शंका यह भी हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण न पता चलना और पुलिस द्वारा विसरा की जांच कराने के लिए भेजा जाना कहीं आरोपी को बचाने की कोशिश तो न हैं! यह तो स्पष्ट होता हैं कि पुलिस की इस घटना में पुलिस लिप्त हैं और जब तक न्यायिक जांच न होगा तब तक असली दोषी पुलिस को सजा नहीं मिलेगी।
वहीं यह क्षेत्र पुलिस के शह पर बालू सहित कई अबैध कारोबार के लिए चर्चित हैं! कन्हैया यादव द्वारा खासकर एक पुलिस कर्मी का पुलिस अधीक्षक से कार्यवाही करने के लिए बार बार नाम लेना इस तरफ भी इशारा करतीं हैं कि सब कुछ सबक सिखाने के लिए ही मनराजपुर की घटना की गयी हैं! आखिर में अबैध बालू के कारोबार पर पुलिस द्वारा अंकुश लगाने की कोशिश थी या किसी का एकाधिकार हैं और पुलिस द्वारा उन्ही के इशारे पर इस तरह की तेजी दिखाई गयी! सब कुछ का खुलासा चन्दौली प्रशासन को करना होगा !
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