भूमि पर सदियों से दाह संस्कार होते आया है, पर चकबंदी फाइनल होने के बाद श्मशान की भूमि अन्यत्र जगह निकाला गया है | जिसे अभी तक सुरक्षित नहीं किया गया है, जिसके वजह से आए दिन वाद - विवाद होते रहता है |
purvanchalnewsprint.blogspot.com | कुदरा(कैमूर)। प्रखंड अंतर्गत नेवरास पंचायत के बजरकोना गांव में शुक्रवार को ग्रामवासी रूपा पासवान वृद्धावस्था में मौत हो गया। जिसे दाह संस्कार करने हेतु परिजनों द्वारा पुराने श्मशान की भूमि पर शव को कंधा देते हुए पहुंचा गये। जिसे देखकर ग्रामवासी लालू सिंह व मुन्ना सिंह द्वारा उक्त जगह पर दाह संस्कार करने हेतु मना किया गया। उनका कहना था कि यह भूमि हमारा निजी है।
इस पर हम दाह संस्कार नहीं करने देंगे। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त भूमि पर सदियों से दाह संस्कार होते आया है,पर चकबंदी फाइनल होने के बाद श्मशान की भूमि अन्यत्र जगह निकाला गया है। जिसे अभी तक सुरक्षित नहीं किया गया है। जिसके वजह से आए दिन वाद - विवाद होते रहता है।
लोगों का कहना है कि एक वर्ष पूर्व भी इस तरह का विवाद सामने आ चुका है।उस समय में अंचल पदाधिकारी के द्वारा भू-स्वामी को समझाते हुए दाह संस्कार पुराने जगह में कराते हुए, यह आश्वासन दिया गया था कि श्मशान के भूमि को मापी कर सुरक्षित कर दिया जाएगा, पर उक्त अंचल पदाधिकारी द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया।
जिसके वजह से समस्या ज्यों की त्यों बनी रही। मृतक के परिजनों द्वारा श्मशान की भूमि सुनिश्चित ना होने की वजह से नाराज होकर स्टेट हाईवे भभुआँ से परसथुआँ सड़क को जाम कर दिया गया। जिसकी जानकारी मिलते ही पंचायत के मुखिया धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ पिंटू के द्वारा स्थल पर पहुंचकर लोगों को समझाने का कोशिश किया गया।
कहा गया कि श्मशान की भूमी मापी करके आगे निकासी करवा दिया जाएगा।अभी वर्तमान में आप लोग शव का हमारे निजी भूमि में दाह संस्कार कर सकते हैं। पर मृतक के परिजनों का कहना था कि ऐसा एक बार की बात नहीं है।श्मशान की भूमि सुनिश्चित किया जाए, तभी हम सड़क से शव को हटाएंगे। बात की जानकारी मिलते ही स्थल पर पहुँच थाना प्रभारी शशी भूषण कुमार द्वारा भी ग्रामीणों को समझाने की कोशिश किया गया। पर ग्रामीण सुनने को तैयार नहीं थे।
अंचल पदाधिकारी पंकज कुमार द्वारा जिला मुख्यालय से मीटिंग के उपरांत लौटते ही स्थल पर पहुंच मृतक के परिजनों को समझाते हुए यह आश्वस्त किया गया कि दो दिन के अंतराल में मापी कर श्मशान की भूमि को सुरक्षित किया जाएगा। तत्काल में शव को गांव के ही भू-स्वामी के निजी भूमि में आपसी सामंजस्य से दाह संस्कार हेतु राजी किया गया।जिसके बाद परिजनों द्वारा शव को सड़क से हटा दाह संस्कार किया गया।
रिपोर्ट-कुमार चन्द्र भूषण तिवारी
👉 बिहार की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 👏
पढ़ें: आज की ताजा खबरें Hindi News पूर्वांचल व आसपास की हर घटनाक्रम पर नजर। Purvanchal News Print यूपी का भरोसेमंद न्यूज़ पोर्टल। जिसका मकसद पूर्वांचल का समग्र विकास और खुशहाली सिर्फ "Purvanchal ki baat" के साथ।