प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार भवन में पंचायत समिति की बैठक की आहुति की गई, सबसे अहम यह रहा कि बैठक चार घण्टे चली। जिसमें सभी ने खुलकर अपनी बात रखी |
चार घण्टे चले सदन में मुद्दा पर मुद्दा उठता रहा |
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रामपुर, कैमूर। स्थानीय प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार भवन में गुरुवार को पंचायत समिति की बैठक की आहुति की गई। जिसकी अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख घुरा सिंहने की व संचालन प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय पाठक ने की।
बैठक में सबसे अहम बात यह रही कि चार घण्टे चले सदन में मुद्दा पर मुद्दा उठता रहा। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रत्नेश कुमार को पता ही नही की प्रखंड क्षेत्र के कितने विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनता है। व प्रतिनियुक्ति शिक्षकों का तोड़ना है, या करना है।साथ ही मनरेगा योजनायों की गड़बड़ी में धन उगाही पर भी हुआ चर्चा। सर्वप्रथम उपप्रमुख सुनील कुमार यादव द्वारा आवास से सम्बन्धित मुद्दा उठाया गया। उन्होंने कहाँ आवास में घोर अनियमितता पाई जा रही है। इस बिंदु पर प्रखंड प्रमुख ने कहा कि प्रखंड पदधिकारी जितने ही ईमानदार है। प्रखंड के निचले कर्मी उतने ही भ्रष्ट है।
साथ ही अंचल पदाधिकारी लभली कुमारी से कहा कि, वैसे आवास लाभुक जिनके पास भूमि नही है, उनको भूमि आवंटित कर आवास का निर्माण कराया जाये। बड़कागांव की बी डी सी रीना देवी द्वारा पूछा गया, कि पूर्व के बैठक की सूचना जिला स्तर तक पहुचाना था क्या हुआ।
इस पर श्री प्रमुख ने कहा कि बीपीआरओ को प्रशिक्षण में चले जाने से प्रक्रिया में नही आ पाया था,इस वजह से बिलम्ब है।प्रमुख द्वारा शिक्षा से सम्बंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रत्नेश कुमार से पूछा गया कि बसिनी में दो विद्यालय चलता है, जिसमे एक मध्य विद्यालय व दूसरा न्यू प्राथमिक विद्यालय, न्यू प्राथमिक विद्यालय पेपर में चलता है। उस विद्यालय में बच्चे भी नही है दो शिक्षक है मध्याह्न भोजन भी पेपर में चलता है।
साथ ही मै विगत बुधवार को पांच विद्यालय का जांच किया जिसमें एक भी विद्यालय में मध्याह्न भोजन नही बन रहा था।रामपुर प्रखंड के बहुत से ऐसे शिक्षक है, जो प्रतिनियुक्ति पर है या दूसरे कहि प्रखंडों में प्रतिनियुक्ति है। फिर हाल में ऐसा एक मामला है कि जिला प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पत्र निर्गत किया गया है कि सभी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति तोड़ अपने -अपने विद्यालय में जाये।
जब की एक सप्ताह के अंदर पसाई विद्यालय की एक शिक्षिका को बीआरसी में प्रतिनियुक्त किया गया है। इन सभी पर सबसे पहले प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि हमको पता नही है, कि प्रखंड क्षेत्र के किस किस विद्यालय में मध्याह्न भोजन बनता है। बीआरपी से बात करके बताते है।साथ ही प्रतिनियुक्ति तोड़ने व करने की बात पर कुछ नही बोले। उप प्रमुख द्वारा मढै़चा में न्यु प्राथमिक विद्यालय हेतू भूमि उपलब्ध कराने की बात अंचल पदाधिकारी से कहाँ गया।
वही कूड़ारी बीडीसी अनिता देवी ने सिसवार विद्यालय के भूमि दाता की मूर्ति विद्यालय पर स्थापित करने की बात कही।स्वच्छता प्रखंड समन्यवक रवि शंकर बिहारी ने सदन में बताया कि कचड़ा प्रबंधन के लिए सर्व प्रथम तीन पंचायत को चयनित किया गया है। जो कार्य प्रगति पर है जिसमे बेलांव ,बड़कागांव व खरेंदा पंचायत है।.ओडीएफ फेज टू में पंचायतों में छूटे हुये लाभुकों का पंचायत स्तर पर आम सभा मे अनुमोदन कर शौचालय निर्माण कराया जायेगा। खरेंदा पंचायत के बीडीसी जहागीर अंसारी ने प्रखंड मुख्यालय द्वार पर निर्माण गेट की भुगतान की बात कही तो विडियो द्वारा जेई।
प्रखंड प्रमुख ने मनरेगा में हो धांधली व अनियमितता को लेकर शिकायत किया। उन्होंने कहा कि मनरेगा में जमकर धांधली हो रही है। उन्होंने कहा कि भीतरी बांध पंचायत में मनरेगा द्वारा चैकडैम में घोर अनियमितता है। जिससे पहला गौरीशंकर राम के खेत से अकलू राम के खेत तक चेक डैम निर्माण, दूसरा कामता पासवान के खेत से लेकर ललन पाण्डेय के खेत तक,तो तीसरा फकीरा राम के खेत से हरिराम के खेत तक चेक डैम निर्माण हुआ ।
यह तीनों चेक डैम पुराना है और पूर्व में ही इसका निर्माण हो चुका है। परंतु मुखिया व पंचायत रोजगार सेवक के मिली भगत से नया प्राकलन बनाया गया। उपरोक्त तीनो चेक डैम के नया दिखाया गया। व एक फिट मिट्टी डालकर नव निर्माण किया गया। जो सरासर धांधली है। प्रमुख ने कहा कि मनरेगा की कार्य योजना मनरेगा कर्मी नही बल्कि दलाल कराते है। उन्होंने नाराजगी ब्यक्त करते हुए कहा कि बड़ी दुख की बात है। अगर किसी जन प्रतनिधि की योजना है तो उसकी प्राक्कलन राशि कम की बनाई जाती है।
दलालों को कार्य करने के लिए प्रार्थना राशि ज्यादा की बनाई जाती है। रामपुर प्रखंड के लिए दुर्भाग्य की बात है, कि मनरेगा की सभी फाइल कार्यालय में नही ब्लिक दलालों के घर रहता है। उन्होंने कहा कि योजना आम सभा की बैठक कर के लेना है। लेकिन रामपुर में जब मन तब आम सभा की रजिस्टर पर लिख कर योजना खोल दी जाती है। इससे अंदाजा लगाया जाता है कि मनरेगा में भ्रष्टाचार बहुत चरम सीमा पर है।
वही बड़कागाँव पंचायत के मुखिया अमरेंद्र पाण्डेय ने बड़कागाँव पंचायत के चमरियाव गांव मे दो वर्ष पूर्व में हुई आग लगी, कि अब तक नही मिला किसानों मुवाज़ा। वही बड़कागाँव पंचायत के बीडीसी रीना देबी ने कहा कि करिगाई मध्य विद्यालय में घोर समस्या है। और आज भी 3 फिट पानी मे डूबा रहता है। सभी छात्रों को पानी से होकर जाना पड़ता है। उन्होंने अध्यक्ष महोदय से कहा कि बहुत से गरीब परिवार के लोग बेघर हो गए है। उनलोगों ने अपना मिट्टी के मकान गिराकर बनाना शुरू किए है।
रामपुर से रामाकांत मिश्रा की रिपोर्ट