ओरछा से कावड़ लेकर आ रहे कांवरिये मऊरानीपुर के रेलवे ब्रिज पर गुजरने के दौरान विद्युत करंट के चपेट में आ गए | कोतवाली प्रभारी लोकेंद्र सिंह ने मानवता दिखाते हुए कांवड़िये को अपनी गोद में लेकर तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया |
कांवरिये को कोतवाल ने गोद में उठाकर अस्पताल पहुंचाया |
ओरछा से जल लेकर केदारेश्वर मंदिर जाते समय हुआ हादसा
झांसी । रविवार की देर रात ओरछा से कावड़ लेकर आ रहे कांवरिये मऊरानीपुर के रेलवे ब्रिज पर गुजरने के दौरान विद्युत करंट के चपेट में आ गए । इसमें करीब आधा दर्जन कांवड़िये बुरी झुलस गए, उनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है।
मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी लोकेंद्र सिंह ने मानवता दिखाते हुए गंभीर हालत में कांवड़िये मनोज को अपनी गोद में लेकर तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
खबर है कि सावन के पवित्र महीने में ओरछा स्थित वेत्रवती गंगा (बेतवा) से जल लेकर मऊरानीपुर के केदारेश्वर धाम पर जलाभिषेक करने के लिए कांवड़िये हर वर्ष हजारों की संख्या में पहुंचते हैं। बीती रात कावड़ यात्रा निकल रही थी। जैसे ही कांवड़िये रेलवे ब्रिज मऊरानीपुर के ऊपर पहुंचे, तभी 22 वर्षीय मनोज पुत्र जयसिंह परिहार को विद्युत करंट लग गया।
इसके बाद देखते ही देखते लगभग आधा दर्जन कांवड़िये करंट की चपेट में आ गए। इनमें मनोज की हालत काफी गंभीर हो गई। करंट लगने की वजह से उसके मुंह और नाक से खून निकलने लगा था। यह देख बाद सभी कांवड़ियों ने रास्ता जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला।
कोतवाली प्रभारी लोकेंद्र सिंह ने मानवता दिखाते हुए गंभीर हालत में कांवड़िये मनोज को अपनी गोद में लेकर तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया। फिलहाल अब वह खतरे से बाहर है। कांवड़ियों के साथ ही लोगों ने बिजली विभाग की लापरवाही पर भी रोष व्यक्त किया। वहीं, चौतरफा कोतवाली प्रभारी के कार्यों की सराहना की जा रही है।