बलुआ थाना क्षेत्र के प्रभुपुर गांव में ईंट की एक पक्की दीवार गिरने से मलबे में दबे तीन मजदूरों के शव को बाहर निकाला जा चुका है | इस घटना में प्रभावित परिवार को 5 - 5 लाख आर्थिक मुआवजा, पारिवारिक लाभ और निराश्रित पेंशन सहित अन्य योजनाओं के लाभ से लाभान्वित किया जायेगा |
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चंदौली में पक्की दीवार गिरने से दबकर चार मजदूरों की मौत |
चंदौली। जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बलुआ थाना क्षेत्र के प्रभुपुर गांव में ईंट की एक पक्की दीवार गिरने से मलबे में दबे तीन मजदूरों के शव को बाहर निकाला जा सका है। एक मजदूर के शव को ढूंढा जा रहा है। इस हादसे की खबर लगते ही पुलिस कप्तान सहित उच्चाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए।
मरने वालों की सूची:-
1 - राजेश कुमार पुत्र दशरथ (उम्र 27)2 - संदीप राम पुत्र घरभरन (उम्र 27)3 - चंद्र भूषण पुत्र फेंकूं (उम्र 40 )डीएम ईशा दुहन व एसपी अंकुर अग्रवाल ने मौके पर घटना की जानकारी ली। डीएम ने बताया कि इस घटना में प्रभावित परिवार को 5 - 5 लाख आर्थिक मुआवजा, पारिवारिक लाभ और निराश्रित पेंशन योजना सहित अन्य योजनाओं के लाभ से लाभान्वित किया जायेगा।
बताया जाता है कि प्रभुपुर गांव में संदीप यादव अपना मकान बनाने के लिए नींव की खोदाई करवा रहे थे। सारे मजदूर नींव से ईंट निकालने में जुटे थे। तकरीबन चार फीट नींव खोद ली गयी थी। तभी अचानक पड़ोसी चंद्रभान द्विवेदी की पक्की दीवार भरभरा कर खोदी जा रही नींव पर गिर पड़ी। यह हादसा इतना अचानक हुआ कि मजदूरों को जान बचाने का मौका ही नहीं मिला। इस घटना में चार मजदूर दीवार के मलबे में दब गए। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मलबे में दबे तीन शवों को बाहर निकलवाया ।
इस घटना की खबर ज्योहीं सकलडीहा एसडीएम, तहसीलदार मौके पर पहुंच गए। साथ ही चंदौली एसपी भी मौके पर पहुंच कर पूरे घटना की जानकारी ली। मरने वालों में संदीप, चंद्र भूषण और राजेश बताये गए हैं , जो बगल के गांव अमिलाई के रहने वाले हैं। सभी मृतक दलित वर्ग के हैं , जो ठेका लेकर नींव खोदने का काम कर रहे थे।
इसमें प्रदीप अविवाहित है जबकि अन्य सभी की शादी हो चुकी थी। प्रदीप और संदीप सगे भाई बताए गए हैं। इस घटना से मजदूरों के घरों में कोहराम मचा हुआ है। बताया जाता है कि मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को सरकारी आर्थिक मदद देने का भरोसा दिया है।