विधानसभा सीट के उपचुनाव के वोटों की गिनती के रुझानों में मैनपुरी में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव काफी आगे हैं। रामपुर में बीजेपी प्रत्याशी आकाश सक्सेना आगे चल रहे हैं। वहीं खतौली में राजकुमारी सैनी आगे चल रही हैं ।
डिंपल यादव सभी विधानसभा क्षेत्रों में आगे, शिवपाल के गढ़ में बड़ी बढ़त

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सम्पन्न हुए मैनपुरी की लोकसभा सीट और रामपुर, खतौली की विधानसभा सीट के उपचुनाव के वोटों की गिनती के डेढ़ घंटे से अधिक हो चके हैं। सभी जगहों पर सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जा रही है। पोस्टल बैलेट की गिनती के साथ ही रुझान भी आने शुरु हो गये हैं। रुझानों में मैनपुरी में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव काफी आगे हैं। रामपुर में बीजेपी प्रत्याशी आकाश सक्सेना आगे चल रहे हैं। वहीं खतौली में राजकुमारी सैनी आगे चल रही है।
मैनपुरी सीट: - मैनपुरी से अभी अभी सबसे बड़ा अपडेट सामने आया है। मैनपुरी की सभी विधानसभा में डिंपल यादव आगे, पोस्टल बैलेट की गिनती में डिंपल यादव आगे, शिवपाल यादव के जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने बढ़त बना ली हैं , पोस्टल बैलेट को लेकर मैनपुरी से पहला रुझान आया है। पोस्टल बैलेट की गिनती में डिंपल यादव आगे चल रहीं हैं।
मुजफ्फरनगर सीट :- पोस्टल बैलेट को लेकर खतौली से पहला रुझान बीजेपी के पक्ष में आया है। यहां से राजकुमारी सैनी आगे चल रहे हैं ,पोस्टल बैलेट की गिनती में राजकुमारी सैनीआगे। जबकि मदन भैया पीछे हैं।
रामपुर सीट:- यहां समाजवादी पार्टी प्रत्याशी आसिम राजा और भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना में कड़ा मुकाबला है। पहले रुझान में भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना आगे चल रहे हैं। रामपुर सीट पर सपा नेता आजम खान को अयोग्य ठहराए जाने के कारण खाली हुई थी।
यूपी में 3 सीटों के लिए वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरु हो गई है। मैनपुरी में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी डिंपल यादव और BJP प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य कि किस्मत का फैसला होगा। रामपुर में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी आसिम राजा और भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना में कड़ा मुकाबला है। वहीं खतौली में आरएलडी-सपा गठबंधन प्रत्याशी मदन भैया और बीजेपी प्रत्याशी राजकुमारी सैनी के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद जताई गयी है।
उल्लेखनीय हो कि मैनपुरी सीट पर उपचुनाव सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुआ है। रामपुर सीट पर सपा नेता आजम खान को अयोग्य ठहराए जाने के कारण खाली हुई थी। जबकि खतौली में विक्रम सिंह सैनी को 2013 मुजफ्फरनगर दंगों के एक मामले में 2 साल की सजा के बाद अयोग्य घोषित किये जाने पर इलेक्शन कराया गया है।