उत्तर प्रदेश में विकास प्राधिकरण को गरीबों के मकान बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं है। 2 सालों में 41000 बनने थे लेकिन अभी तक 4000 ही ESW मकानों को बनाया गया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विकास प्राधिकरण को गरीबों के मकान बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2 सालों में 41000 बनने थे लेकिन अभी तक 4000 ही ESW मकानों को बनाया गया।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के सख्त निर्देश के बाद भी यूपी के 24 विकास प्राधिकरण में गरीबों के आवास बनने में कोई दिलचस्पी नहीं दिख रही है| विकास प्राधिकरण के अधिकृत बिल्डर मकान को लेकर कोई न कोई बहाना ढूंढ कर लटका दे रहे हैं | एक रिपोर्ट कहती है कि 2 साल के भीतर 41000 ESW आवास को बनाया जाना था मगर इन मकानों के बदले सिर्फ 4000 आवास बन पाए।
इस मामले में विकास प्राधिकरण के आला अफसर ऐसे बिल्डरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। यही हाल रहा तो यूपी सरकार का गरीबों के लिए बनने वाले मकानों का लक्ष्य काफी पिछड़ जाएगा।
जालसाजों ने बेच दिया आवास संघ की करोड़ों की जमीन
इतनी बड़ी जालसाजी राजधानी के चिनहट की है। जहां पूर्वी विहार में जालसाजों ने आवास संघ की करोड़ों की जमीन को बेच दिया। बताया जाता है कि राजधानी के चिनहट में पूर्वी बिहार आवास योजना की 113201 वर्ग फीट जमीन की 73 लोगों के लिए रजिस्ट्री कर दी गई। जब यह मामला संज्ञान में आया तो रजिस्ट्री सहायक लेखाकार राममूर्ति की तहरीर पर पांच लोंगो के खिलाफ केस दर्ज किया गया है ।