पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और यूपी के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी का आज सुबह उनके निवास पर निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था |
![]() |
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन |
प्रयागराज। पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और यूपी के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी का आज सुबह रविवार को उनके निवास पर निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था। उन्हें 30 दिसंबर को प्रयागराज के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था।
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने श्री त्रिपाठी के निधन पर शोक व्यक्त किया
देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री त्रिपाठी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। द्वय नेताओं कहा कि - केसरीनाथ त्रिपाठी नियमों, परंपराओं और कानून के गहरे जानकार थे। श्री त्रिपाठी एक विद्वान एडवोकेट और संवेदनशील साहित्यकार भी रहे। उनके निधन से समाज को काफी गहरी क्षति पहुंची है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
![]() |
देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी |
श्री त्रिपाठी का दाह संस्कार आज शाम चार बजे दारागंज श्मशान घाट पर किया जाएगा
बीजेपी के महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने बताया कि श्री त्रिपाठी का दाह संस्कार शाम 4:00 बजे दारागंज श्मशान घाट पर किया जाएगा। वे कोविड काल के दौरान दो बार करोना पॉजिटिव भी हुए थे। उनका इलाज लखनऊ के एसजीपीजीआई में लंबे समय तक चला था। श्री त्रिपाठी का जन्म 10 नवंबर 1934 को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुआ था। वह भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रहने के साथ ही विधानसभा के स्पीकर भी थे। श्री त्रिपाठी 2014 से 2019 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल की जिम्मेदारी निभाई और इसके साथ उनके पास बिहार, मिजोरम और मेघालय के भी राज्यपाल का प्रभार था।
श्री त्रिपाठी 1946 में स्वयंसेवक संघ आरएसएस से जुड़े
श्री त्रिपाठी 1946 में स्वयंसेवक संघ आरएसएस से जुड़े हुए थे , फिर 1952 में भारतीय जनसंघ से जुड़कर कार्यकर्ता ग्रुप में काम किया। वे जम्मू-कश्मीर आंदोलन में भाग लेते हुए जेल भी गए थे। श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भागीदारी के कारण उन्हें 1990 में 23 अक्टूबर से 10 नवंबर तक जेल में बंद रहना पड़ा। वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 1953 में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1955 में एलएलबी की परीक्षा पास की। उसके बाद से इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अधिवक्ता में रजिस्ट्रेशन हुआ और इलाहाबाद बार एसोसिएशन के 1956 में ज्वाइंट सेक्रेट्री चुने गए।
साल 2004 में यूपी के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनें थे
श्री त्रिपाठी 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर झूसी विधानसभा से एमएलए निर्वाचित हुए और उत्तर प्रदेश सरकार में वित्त मंत्री बनाए गए। साल 1989, 93, 96 और 2002 में बीजेपी से प्रयागराज में दक्षिण विधानसभा से एमएलए वहन जाने का बाद लगातार उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष बने। साल 2004 में यूपी के बीजेपी प्रेजिडेंट अध्यक्ष बन गए। इनके निधन से बीजेपी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है। जगह-जगह कार्यकर्ता, पदाधिकारी, नेता और मंत्री उनके प्रति शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दे रहे हैं।