मटियरा गांव के रहने वाले सीआरपीएफ के एसआई 58 वर्षीय प्यारेलाल यादव का ड्यूटी के दौरान बुधवार को मौत हो गयी । मौत की खबर सुनते ही परिजनों में हाहाकार मच गया । वे श्रीनगर के कुलगाम में तैनात थे और 1 अप्रैल 1990 में CRPF में भर्ती हुए थे |
👉सीआरपीएफ जीसी लखनऊ के इंस्पेक्टर पवन कुमार के नेतृत्व में जवानों ने बलुआ घाट पर गार्ड ऑफ आनर दी
चहनियां, चन्दौली। इलाके के मटियरा गांव के रहने वाले सीआरपीएफ के एसआई 58वर्षीय प्यारेलाल यादव का ड्यूटी के दौरान बुधवार को मौत हो गयी । मौत की खबर सुनते ही परिजनों में हाहाकार मच गया । वे श्रीनगर के कुलगाम में तैनात थे और 1 अप्रैल 1990 में CRPF में भर्ती हुए थे।
मटियरा गांव के रहने वाले प्यारे लाल यादव पुत्र स्व0 बुधिराम यादव श्रीनगर के कुलगाम में सीआरपीएफ में एसआई के पद पर तैनात थे। वे 1 अप्रैल 1990 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे । इनके पिता का निधन नवम्बर 22 में हुआ था । ये उस समय घर आये थे । 24 दिसम्बर को छुट्टी बिताकर घर से ड्यूटी पर श्रीनगर गये थे । ड्यूटी के दौरान बुधवार को हार्टअटैक से इनकी मौत हो गयी ।
मौत की खबर सुनते ही परिजनों में हाहाकार मच गया । उनकी पत्नी इंद्रावती देवी ,उनके दो बेटे सूरज व नीरज, दो बेटियां प्रियंका व सुष्मिता , बड़े भाई के पुत्र चंदन यादव और छोटा भाई कृष्णदेव का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।
मटियरा गांव में सैनिक प्यारे लाल यादव की मौत के बाद तीन दिनों से गांव में मातम छाया हुआ है । आसपास घरों में चूल्हे तक नही जले । शुक्रवार को सीआरपीएफ जवान प्यारे लाल का शव पहुचते ही परिजनों में कोहराम मच गया । सैनिक का शव पुल से होकर जैसे ही बलुआ के पास पहुँचा, सैकड़ों की संख्या में युवा तिरंगा झण्डा लिए भारत माता की जय,प्यारे लाल अमर रहे नारे लगाते हुए शव के साथ बलुआ ,कैथी होते हुए मटियरा गाँव पहुँचे ।
गांव में पहुँचते पत्नी व बेटियां व अन्य परिजन लिपटकर रोने लगी। सेना के जवानों ने अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को 50 हजार रुपये दिये । साथ ही पत्नी को आश्वाशन दिया कि एक बेटी को नौकरी व पेंशन भी दिया जायेगा । सीआरपीएफ जीसी लखनऊ के इंस्पेक्टर पवन कुमार के नेतृत्व में जवानों ने बलुआ घाट पर गार्ड ऑफ आनर दी गयी । छोटा भाई कृष्ण देव यादव ने मुखाग्नि दी ।
इस दौरान बलुआ इंस्पेक्टर विनय प्रकाश सिंह, सपा नेता अनिल यादव,बिधान सभा अध्यक्ष सुभाष यादव,जिला पंचायत सदस्य रबिन्द्र यादव,ग्राम प्रधान धर्मेंद्र यादव,अमरजीत यादव, बाबूलाल यादव ,प्रधान सन्तोष यादव सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे ।