शिक्षा की शेरनी का दूध पीने वाले सदैव देश-विदेश में परचम लहतराते है | कुछ ऐसा ही चंदौली के तेनुवट गांव में एक किसान परिवार से रहने वाले डा. हरलोकेश नारायण यादव दिल्ली एम्स में वरिष्ठ चिकित्सक है |
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चार दिवसीय कार्यक्रम में ओरेशन पुरस्कार प्राप्त करते हुए डा. हरलोकेश नारायण यादव |
सकलडीहा, चंदौली। शिक्षा की शेरनी का दूध पीने वाले सदैव देश विदेश में परचम लहतराते है । कुछ ऐसा ही चंदौली के तेनुवट गांव में एक किसान परिवार से रहने वाले डा. हरलोकेशनारायण यादव दिल्ली एम्स में वरिष्ठ चिकित्सक है।
कर्नाटक के मैसूर शहर में चार दिवसीय चार दिवसीय बावनवे इन्डीयन फार्माकोलोजिकल सोसायटी में विश्व के वरिष्ठ वैज्ञानिक यन एस ढल्ला ने ह्रदय रोग के अनुसन्धान में महत्वपूर्ण योगदान देने पर द्वारा डॉ. हरलोकेश नारायण यादव को ओरेशन पुरस्कार से सम्मानित किया है।
भारत में प्रतिवर्ष ह्रदय रोग के अनुसन्धान में महत्वपूर्ण योगदान के लिए यह ओरेशन पुरस्कार सम्मान एक वरिष्ठ वैज्ञानिक को दिया जाता है। डा. हरलोकेश नारायण यादव को यह पुरस्कार पाकर जनपद ही नही पूरे यूपी का नाम बढ़ाया है। इस सम्मान के लिये जनपद वासियों में हर्ष है।
प्रोफेसर यन एस ढल्ला भारतीय मूल के वैज्ञानिक है जो कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय में हृदय रोग के क्षेत्र में विश्व के महान वैज्ञानिकों में से एक है। भारत में प्रतिवर्ष ह्रदय रोग के अनुसन्धान में महत्वपूर्ण योगदान के लिए यह ओरेशन पुरस्कार सम्मान एक वरिष्ठ वैज्ञानिक को दिया जाता है, जो कि इस वर्ष डॉ. हरलोकेश नारायण यादव को बावनवे इन्डीयन फार्माकोलोजिकल सोसायटी द्वारा दिया गया है।
पल्मोनरी हाइपरटेन्शन एक गम्भीर बीमारी है। जिसका पता लगने के 4 से 8 साल मेँ ज्यादातर मरीजों की मृत्यु हो जाती है। डॉ. हरलोकेश नारायण यादव जो कि एम्स दिल्ली के फार्माकोलोजी विभाग में एडिसनल प्रोफेसर है।
जो इस बीमारी के निदान में महत्वपूर्ण अनुसन्धान कार्य कर रहे है। उनके इस अनुसन्धान में उनके पिता तथा रिटायर्ड ऑफिसर राम लखन यादव, भाई तथा ग्राम प्रधान राकेश यादव सहित गांव के लोगों में अति उत्साह है। जनपदवासियों ने इस सम्मान के लिये बधाई दिया है।