किसानों का प्रतिनिधिमंडल पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह से चंदौली स्थित जिला पंचायत कार्यालय में मिला तथा भोकाकट फीडर के निर्माण में हो रही देरी सहित अन्य सिंचाई समस्याओं को गिनाया |
👉शिकारगंज क्षेत्र की सिंचाई समस्या के समाधान के लिए कृषकों ने लगाई गुहार
By - अलीम हाशमी / चंदौली। जनपद के चकिया तहसील क्षेत्र के शिकारगंज क्षेत्र के किसानों का प्रतिनिधिमंडल पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह से चंदौली स्थित जिला पंचायत कार्यालय में मिला तथा भोकाकट फीडर के निर्माण मैं हो रही देरी सहित अन्य सिंचाई समस्याओं को गिनाया तथा जल्दी से जल्दी पक्का निर्माण कर शिकारगंज क्षेत्र के किसानों की पानी की कमी की समस्या को दूर करने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर किसान विकास मंच के नेता राम अवध सिंह ने बताया कि फीडर के निर्माण के लिए पूर्व में चकिया विधायक सहित छत्र बली सिंह ने मौका मुआयना कर आश्वासन दिया था तथा निर्माण में धन की कमी नहीं आने देने की बात भी दोहराई थी।
बता दें कि भोका कट तथा अतरसुहवा प्राकृतिक नाले के पक्के निर्माण के लिए सिंचाई विभाग द्वारा सर्वे आदि का कार्य भी पूरा हो गया है | वहीं निर्माण कार्य शुरू ना होने से परेशान किसानों ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबलि सिंह से जल्द से जल्द निर्माण कराकर क्षेत्र के किसानों की समस्या को दूर करने की बात कही है। किसानों की बात सुनकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि जल्द निर्माण का कार्य शुरू कराया जाएगा तथा किसानों की समस्या का जल्द ही समाधान किया जाएगा
गौरतलब है कि वर्षों पूर्व तत्कालीन सिंचाई मंत्री रहे राम लखन द्वारा शिकारगंज क्षेत्र में बसे हुए किसानों की समस्या के समाधान के लिए भूखा कट फीडर का निर्माण कराया गया था, जिसके बाद इतने वर्षों के बीच जाने के बाद विभागीय लापरवाही व प्राकृतिक उलटफेर से नालापट गया जिससे बरसात के दिनों में पहाड़ी से आने वाला पानी इधर-उधर फैल जाता है तथा क्षेत्र के किसानों के काम नहीं आ पाता है।
लगातार सूखे की समस्या से जूझ रहे किसानों ने उक्त दोनों नालों के निर्माण की मांग को लेकर कई वर्षों से प्रयासरत हैं , जिसको लेकर किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष से मिलकर समस्या के शीघ्र समाधान की मांग उठाई है|
इस अवसर पर ईश्वर शरण सिंह, रामकृष्ण देव गौड़ा, सरोज कुमार, रामचंद्र यादव, रवि सिंह, राजू सिंह, राम अवध सिंह सहित एक दर्जन की संख्या में किसान मौजूद रहे।