Uttar Pradesh Nikay Chunav: यूपी में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर गठित पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपना सर्वे पूरा कर रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है।
लखनऊ। यूपी में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर गठित पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपना सर्वे पूरा कर रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है।
उल्लेखनीय हो कि यूपी में निकाय चुनाव को लेकर मामला हाईकोर्ट जाने के बाद कोर्ट ने नए सिरे से सर्वे कराने के बाद चुनाव कराने का निर्देश दिया था। कोर्ट के इस निर्देश के बाद यूपी सरकार ने राम अवतार सिंह की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय पिछड़ा वर्ग आयोग की घोषणा किया।
31 मार्च से पूर्व सौंपनी थी रिपोर्ट
यूपी की योगी सरकार ने निर्देश दिया था कि 31 मार्च से पूर्व सभी जनपदों में सर्वे करके शासन के समझ रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए , लेकिन इस आयोग ने तय तारीख़ से पहले शासन को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है । अब यूपी सरकार इस सर्वे रिपोर्ट को आधार बनाकर नई आरक्षण सूची जारी करने के बाद चुनाव कराएगी।
इस आरक्षण सूची के मुताबिक़ ही नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में सदस्यों और अध्यक्षों के पदों में आरक्षण निर्धारित करने के बाद चुनाव कराया जाएगा।
आपको बता दें कि यूपी में इस निकाय चुनाव को 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। बीजेपी का दावा है कि पार्टी निकाय चुनावों को लेकर पूरी तरह तैयार है और नतीजे उसके पक्ष में आ रहें हैं।
बीते विधानसभा चुनावों में कम सक्रियता के आरोपों को झेल चुकी बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी इस निकाय चुनावों को लेकर कमर कस चुकी हैं। और साथ ही अपने संगठन और कैडर के साथ बैठकें कर उसे निकाय चुनावों के लिए एक्टिव कर चुकी हैं।
सपा और अखिलेश का जाति कार्ड बीजेपी पर पड़ रहा भारी
उधर, समाजवादी पार्टी का जाति कार्ड बीजेपी पर भारी पड़ रहा है। सपा ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाए थे कि वह ओबीसी और दलित जातियों के आरक्षण को खत्म करने की साजिश में जुटी हुई है। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव का जातिगत जनगणना जैसे मुद्दे सदन से लेकर सड़क तक उठाया जाना जोर पकड़ रहा है। ऐसे में यूपी निकाय चुनावों में एक कड़ी सियासी टक्कर की उम्मीद मानीं जा रही है।